प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात फरवरी को असम के कोकराझार में बड़ी रैली में शामिल होने जाएंगे. यह बोडो समझौते और सीएए के बाद पहली यात्रा है. पीएम मोदी की अब तक असम के लिए दो बार यात्रा रद्द हो चुकी है. बीते महीने भी प्रधानमंत्री मोदी की असम यात्रा रद्द हुई थी. 10 जनवरी को गुवाहाटी में आयोजित सरकार के 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स' के उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने नहीं जाने का फैसला किया था. नवंबर महीने में जापान के पीएम शिंजो आबे का भारत दौरा रद्द कर दिया गया था क्योंकि भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उन्हें गुवाहाटी में जिस वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लेना था, वह सीएए के विरोध में हो रहे भारी प्रदर्शनों के चलते स्थगित कर दिया गया था.
बताते चले कि उस समय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर बताया था कि 'दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से दौरे की तारीख बदलने का फैसला किया.' वहीं, ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) और नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स यूनियन (Neso) जैसे छात्र संगठनों ने पीएम मोदी और अमित शाह के पूर्वोत्तर भारत के किसी भी हिस्से का दौरा करने के खिलाफ चेतावनी दी थी.
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इस पर माकपा (CPM) के नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने कहा था कि संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (NRC) के खिलाफ जनता के गुस्से के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को अपनी असम (Assam) यात्रा रद्द करनी पड़ी है. येचुरी ने ट्वीट कर कहा था सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ सड़कों पर जनता का गुस्सा इतना ज्यादा और इस सीमा तक उपजा है कि मोदी को दो बार असम दौरा रद्द करना पड़ा.