प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार को आड़े हाथ लेते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने उनसे यह मांग की कि वह लोगों से माफी मांगे क्योंकि उन्होंने अपने शासन के प्रथम 100 दिनों में किए जाने वाले कार्यों के वादे को पूरा नहीं किया है।
राज्यसभा में उपनेता शर्मा ने मोदी पर लोगों के समक्ष देश की गलत तस्वीर चित्रित करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के दो तिहाई सदस्य मोदी के भाषण के दौरान नदारद थे।
शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'अच्छे दिन मोदी और उनकी सरकार के लिए आए हैं लेकिन समाज और लोगों को ऐसा दिन देखना अभी बाकी है।' उन्होंने कहा, 'मोदी का यह दावा कि उनके चलते अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि में सुधार होता दिख रहा है, गलत बात है।'
उन्होंने कहा कि मोदी के कामकाज का तरीका हावी होने का है और उन्होंने सत्ता को केंद्रीकृत कर दिया है। उनके द्वारा किए गए वादे पूरे नहीं हुए हैं।
शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार महंगाई कम करने वाली थी लेकिन इस दिशा में कोई काम शुरू नहीं हुआ। यह जस का तस है। रोजगार सृजन में कोई वृद्धि नहीं हुई।
कांग्रेस नेता ने कहा, 'मोदी ने दावा किया था कि वह काला धन वापस लाएंगे जो भारत के बजट का सात गुना है। उन्होंने दावा किया था कि एक बार जब काला धन मिल जाएगा फिर भारत को सात साल तक बजट के लिए सोचना नहीं पड़ेगा। सात गुना को तो छोड़ दीजिए, मोदी सरकार सात प्रतिशत काला धन तक नहीं ला सकी।'
शर्मा ने कहा कि झूठे वादे करने और लोगों को गुमराह करने को लेकर प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। महात्मा गांधी को गलती से 'मोहनलाल गांधी' कहने को लेकर भी उन्होंने मोदी को आड़े हाथ लिया।
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