यह ख़बर 10 अप्रैल, 2013 को प्रकाशित हुई थी

व्यापार संबंधों को मजबूत करने जर्मनी की यात्रा पर पीएम

खास बातें

  • जर्मनी की तीन-दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले मनमोहन सिंह ने कहा कि बुनियादी ढांचा, निर्माण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, उच्च शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण तथा अक्षय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में जर्मनी भारत का अहम साझेदार है।
नई दिल्ली:

जर्मनी की अपनी यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को कहा कि उनका इरादा व्यापार संबंधों को मजबूत करना है, क्योंकि घरेलू निवेश को बढ़ावा देने, विदेशी पूंजी को आकर्षित करने और अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक आठ फीसदी विकास के रास्ते पर वापस लाने के लिए भारत कदम उठा रहा है।

मनमोहन सिंह बर्लिन की तीन-दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए हैं। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचा, निर्माण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, उच्च शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और अक्षय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में जर्मनी भारत का अहम साझेदार है। प्रधानमंत्री ने कहा, इमें उम्मीद है कि इन क्षेत्रों में हम कई सारे समझौते और एमओयू पर दस्तखत करेंगे। मेरा इरादा जर्मनी के साथ व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाना है।

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व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में यूरोप में जर्मनी भारत का सबसे बड़ा आर्थिक साझेदार है। 2011 में भारत-जर्मनी द्विपक्षीय व्यापार में 18.4 फीसदी की बढोत्तरी दर्ज की गई और यह 18.37 अरब यूरो तक जा पहुंचा। हालांकि वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण पिछले साल इसमें 5.5 फीसदी की गिरावट देखी गई। मनमोहन सिंह जर्मन नेतृत्व को उनकी सरकार द्वारा निवेश के माहौल को बेहतर बनाने और निवेशकों के लिए आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताएंगे।