पठानकोट:
पठानकोठ हमले की जांच कर रही NIA को एयरबेस में कई सुरक्षा ख़ामियां मिली हैं। ये भी पता चला है कि एयरबेस के अंदर एयरफोर्स के सुरक्षाकर्मी सिर्फ़ 20 रुपये लेकर लोगों को अंदर जाने देते हैं। इस बीच, पठानकोट हमले से जुड़े आतंकियों द्वारा कथित तौर पर अगवा किए गए गुरदासपुर के एसपी सलबिंदर से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को भी पूछताछ की। सलविंदर से बुधवार को भी पूछताछ की जाएगी।
NDTV इंडिया ने भी इस बात को हाईलाइट किया था। कई स्थानीय लोगों ने बताया कि 'सुरक्षाकर्मी सिर्फ़ 20 रुपये लेकर अंदर जाने देते हैं।' दरअसल, एयरफ़ोर्स बेस के अंदर कई दुकानें हैं, जिनमें खरीददारी करने के लिए लोग अंदर जाते हैं।
यही नहीं, बेस के आसपास गुर्जर समुदाय के लोग बसे हुए हैं और वो भी अपने जानवरों को चराने के लिए एयरबेस के अंदर जाते हैं। कई लोगों का कहना है कि इनमें से कई लोगों के पास तो आई कॉर्ड होते हैं और कई ऐसे ही चले जाते हैं।
अब NIA इस बात की तफ्तीश कर रही है कि क्या आतंकवादियों का एक ग्रुप ऐसे ही तो बेस में नहीं घुस गया। उधर, पंजाब पुलिस ने भी अब गुर्जरों की गिनती शुरू कर दी है।
DIG (बॉर्डर रेंज) विजय प्रताप सिंह ने भी NDTV इंडिया को बताया था कि दीनानगर हमले के बाद हमने ये देखा था कि गुर्जर लोग एयरबेस के आसपास रहते हैं। मैंने पिछले साल भी यह बात स्थानीय प्रशासन को लिखी थी कि इन लोगों को यहां से दूसरी जगह बसाया जाना चाहिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
स्थानीय लोगों ने ये भी कहा कि एयरफोर्स बेस के आसपास कई जगह तार कटी हुई है और दीवार भी बहुत नीचे है। NIA की जांच बताती है कि आतंकवादियों ने इन्हीं ख़ामियों का फ़ायदा उठाया और बेस में दाख़िल हुए।
NDTV इंडिया ने भी इस बात को हाईलाइट किया था। कई स्थानीय लोगों ने बताया कि 'सुरक्षाकर्मी सिर्फ़ 20 रुपये लेकर अंदर जाने देते हैं।' दरअसल, एयरफ़ोर्स बेस के अंदर कई दुकानें हैं, जिनमें खरीददारी करने के लिए लोग अंदर जाते हैं।
यही नहीं, बेस के आसपास गुर्जर समुदाय के लोग बसे हुए हैं और वो भी अपने जानवरों को चराने के लिए एयरबेस के अंदर जाते हैं। कई लोगों का कहना है कि इनमें से कई लोगों के पास तो आई कॉर्ड होते हैं और कई ऐसे ही चले जाते हैं।
अब NIA इस बात की तफ्तीश कर रही है कि क्या आतंकवादियों का एक ग्रुप ऐसे ही तो बेस में नहीं घुस गया। उधर, पंजाब पुलिस ने भी अब गुर्जरों की गिनती शुरू कर दी है।
DIG (बॉर्डर रेंज) विजय प्रताप सिंह ने भी NDTV इंडिया को बताया था कि दीनानगर हमले के बाद हमने ये देखा था कि गुर्जर लोग एयरबेस के आसपास रहते हैं। मैंने पिछले साल भी यह बात स्थानीय प्रशासन को लिखी थी कि इन लोगों को यहां से दूसरी जगह बसाया जाना चाहिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
स्थानीय लोगों ने ये भी कहा कि एयरफोर्स बेस के आसपास कई जगह तार कटी हुई है और दीवार भी बहुत नीचे है। NIA की जांच बताती है कि आतंकवादियों ने इन्हीं ख़ामियों का फ़ायदा उठाया और बेस में दाख़िल हुए।
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