जदयू नेता नीतीश कुमार की ओर से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समक्ष अपने करीब 130 विधायकों की परेड कराने के कुछ दिनों बाद शनिवार को बिहार के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में विधायकों की परेड कराना निरर्थक प्रक्रिया है और इससे कुछ भला नहीं होता है।
त्रिपाठी ने कहा, ‘‘बहुमत का परीक्षण सिर्फ सदन में हो सकता है। राजभवन अथवा राष्ट्रपति भवन में विधायकों को पेश करना निरर्थक प्रयास है क्योंकि यह दबाव की तरकीब हो सकती है, लेकिन इससे कुछ भला नहीं होता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बिहार की कैबिनेट ने विधानसभा का सत्र पहले ही 20 फरवरी से आरंभ होने का फैसला किया तो ऐसे में मैंने बहुमत साबित करने के लिए भी यही तारीख तय कर दी।’’ राज्यपाल ने कहा, ‘‘20 फरवरी को सत्र में यह फैसला होगा कि किसके पास बहुमत है।’’
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