फिर विवादों में घिरी पंकजा मुंडे
महाराष्ट्र:
महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे ने खुद पर घमंड से भरा व्यवहार करने के आरोपों का जवाब गुस्से से दिया है। मुंडे पर आरोप था कि उन्होंने मिट्टी से भरे रास्ते पर चलते हुए अपनी चप्पलें एक सरकारी कर्मचारी को हाथ से उठाने को दिया था।
इसपर सफाई देते हुए मुंडे ने बताया कि ये आदमी उनके पर्सनल स्टाफ का सदस्य था न कि कोई सरकारी कर्मचारी। मुंडे ने कहा, 'मीडिया ने ये तो देखा कि मैंने अपनी चप्पल उतार दी लेकिन ये नहीं देखा कि कैसे मैं कीचड़ से सने रास्ते पर पैदल चल रही थी। चलते वक़्त जैसे ही कीचड़ से भरा रास्ता सामने आया मैंने तुरंत अपनी चप्पल उतारी और आगे बढ़ गई, मुझे तो ये भी पता नहीं था कि किसी ने मेरी चप्पलें उठा लीं हैं। इसके बारे में मुझे बाद में पता चला।'
पंकजा पर हाल ही में सरकारी स्कूलों में करोड़ों का स्नैक्स सप्लाई करने के मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। चप्पल से जुड़ी घटना उनके परभानी ज़िले का दौरा करने के दौरान हुआ था।
पंकजा ने कीचड़ से भरे रास्ते की तस्वीर ट्वीट कर लिखा, 'ज़ूम कर के देखिए, मैं खाली पैर हूं क्योंकि मेरी चप्पल कीचड़ में फंस गई थी, इसलिए मुझे यहां से उपर बिना चप्पलों के जाना पड़ा।'
जब इन तस्वीरों को लेकर टीवी पर विवाद शुरु हुआ तब पंकजा ने कहा कि, 'वो आदमी मेरा निजी स्टाफ है और कोई सरकारी कर्मचारी नहीं। यहां असली ख़बर सूखा और किसानों की हालत है।' कांग्रेस ने पंकजा मुंडे पर अभिमान से भरा गलत व्यवहार करने का दोषी बताया है।
कांग्रेस प्रवक्ता अल-नासिर-ज़कारिया ने कहा, 'उनका व्यवहार पूरे सरकार की इमेज को गलत तरह से दिखाता है। इस तरह का व्यवहार उनके अहंकार से भरे बर्ताव को साबित करता है। ऐसा व्यवहार ये भी दिखाता है कि आम आदमी के अधिकारों के प्रति वो कितनी बेख़बर हैं। अगर वो एक गरीब आदमी से अपने चप्पल उठवा सकती है तो एक गरीब किसान की क्या मदद करेगी। इससे गरीबों को मदद करने के उनसे सारे दावे खोखले हो जाते हैं।'
इसपर सफाई देते हुए मुंडे ने बताया कि ये आदमी उनके पर्सनल स्टाफ का सदस्य था न कि कोई सरकारी कर्मचारी। मुंडे ने कहा, 'मीडिया ने ये तो देखा कि मैंने अपनी चप्पल उतार दी लेकिन ये नहीं देखा कि कैसे मैं कीचड़ से सने रास्ते पर पैदल चल रही थी। चलते वक़्त जैसे ही कीचड़ से भरा रास्ता सामने आया मैंने तुरंत अपनी चप्पल उतारी और आगे बढ़ गई, मुझे तो ये भी पता नहीं था कि किसी ने मेरी चप्पलें उठा लीं हैं। इसके बारे में मुझे बाद में पता चला।'
पंकजा पर हाल ही में सरकारी स्कूलों में करोड़ों का स्नैक्स सप्लाई करने के मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। चप्पल से जुड़ी घटना उनके परभानी ज़िले का दौरा करने के दौरान हुआ था।
पंकजा ने कीचड़ से भरे रास्ते की तस्वीर ट्वीट कर लिखा, 'ज़ूम कर के देखिए, मैं खाली पैर हूं क्योंकि मेरी चप्पल कीचड़ में फंस गई थी, इसलिए मुझे यहां से उपर बिना चप्पलों के जाना पड़ा।'
Zoom i m barefeet bcoz chappal got stuck in the mud i walked from up till down without footwear pic.twitter.com/rWXXyWZ0xj
— PankajaGopinathMunde (@Pankajamunde) August 12, 2015
जब इन तस्वीरों को लेकर टीवी पर विवाद शुरु हुआ तब पंकजा ने कहा कि, 'वो आदमी मेरा निजी स्टाफ है और कोई सरकारी कर्मचारी नहीं। यहां असली ख़बर सूखा और किसानों की हालत है।' कांग्रेस ने पंकजा मुंडे पर अभिमान से भरा गलत व्यवहार करने का दोषी बताया है।
कांग्रेस प्रवक्ता अल-नासिर-ज़कारिया ने कहा, 'उनका व्यवहार पूरे सरकार की इमेज को गलत तरह से दिखाता है। इस तरह का व्यवहार उनके अहंकार से भरे बर्ताव को साबित करता है। ऐसा व्यवहार ये भी दिखाता है कि आम आदमी के अधिकारों के प्रति वो कितनी बेख़बर हैं। अगर वो एक गरीब आदमी से अपने चप्पल उठवा सकती है तो एक गरीब किसान की क्या मदद करेगी। इससे गरीबों को मदद करने के उनसे सारे दावे खोखले हो जाते हैं।'
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