श्रीनगर:
जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में शुक्रवार को सुरक्षा बलों और युवाओं के एक समूह में झड़प हो गई और इस दौरान कुछ अलगाववादी तत्वों ने पाकिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआईएस के झंडे लहराए।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के नोहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के बाद युवाओं के एक समूह ने विवादित झंडा लहराया और अलगाववादी समर्थक और पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने पथराव कर रही भीड़ को तितर बितर करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। अधिकारियों ने बताया कि युवकों ने नोहट्टा चौक से खनयार चौक की ओर जाने से पहले तिरंगे में आग लगा दी।
उन्होंने बताया कि हालांकि वहां पर मौजूद पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों की बड़ी टुकड़ी ने उन्हें रोक दिया जिससे झडप हो गयी और अंतिम खबर मिलने तक यह जारी थी। अधिकारियों ने बताया कि किसी के चोटिल होने की सूचना नहीं है।
'कठोर कार्रवाई होनी चाहिए'
श्रीनगर में शुक्रवार को युवाओं के एक समूह द्वारा पाकिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआईएस का झंडा लहराने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए जम्मू के नेताओं ने कहा कि यह मुद्दा एक खतरनाक संकेत है।
सुंदरबनी से बीजेपी विधायक रविंद्र रैना ने घटना के बारे में कहा, ‘पिछले 25 साल से भारत के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय साजिश हो रही है।’ उन्होंने पाकिस्तान का झंडा लहराने वालों को ‘पाकिस्तान से पैसा लेने वाला एजेंट’ बताया और कहा कि यह कश्मीर घाटी में अशांति पैदा करने का प्रयास है।
रैना ने कहा, ‘इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। इन लोगों पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’ जम्मू एंड कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष हर्ष देव सिंह ने कहा कि यही समय है जब सरकार को बातचीत बंद कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस के प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्य का दौरा व्यर्थ साबित हुआ है। उन्होंने कहा, ‘राज्य के लोगों को प्रधानमंत्री से बहुत उम्मीदें थीं कि वह घाटी में सुरक्षा और सीमा पर हालात की स्थिति के बारे में बोलंगे लेकिन उन्होंने राज्य के लोगों को निराश किया।’
अधिकारियों ने बताया कि शहर के नोहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के बाद युवाओं के एक समूह ने विवादित झंडा लहराया और अलगाववादी समर्थक और पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने पथराव कर रही भीड़ को तितर बितर करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। अधिकारियों ने बताया कि युवकों ने नोहट्टा चौक से खनयार चौक की ओर जाने से पहले तिरंगे में आग लगा दी।
उन्होंने बताया कि हालांकि वहां पर मौजूद पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों की बड़ी टुकड़ी ने उन्हें रोक दिया जिससे झडप हो गयी और अंतिम खबर मिलने तक यह जारी थी। अधिकारियों ने बताया कि किसी के चोटिल होने की सूचना नहीं है।
'कठोर कार्रवाई होनी चाहिए'
श्रीनगर में शुक्रवार को युवाओं के एक समूह द्वारा पाकिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआईएस का झंडा लहराने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए जम्मू के नेताओं ने कहा कि यह मुद्दा एक खतरनाक संकेत है।
सुंदरबनी से बीजेपी विधायक रविंद्र रैना ने घटना के बारे में कहा, ‘पिछले 25 साल से भारत के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय साजिश हो रही है।’ उन्होंने पाकिस्तान का झंडा लहराने वालों को ‘पाकिस्तान से पैसा लेने वाला एजेंट’ बताया और कहा कि यह कश्मीर घाटी में अशांति पैदा करने का प्रयास है।
रैना ने कहा, ‘इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। इन लोगों पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’ जम्मू एंड कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष हर्ष देव सिंह ने कहा कि यही समय है जब सरकार को बातचीत बंद कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस के प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्य का दौरा व्यर्थ साबित हुआ है। उन्होंने कहा, ‘राज्य के लोगों को प्रधानमंत्री से बहुत उम्मीदें थीं कि वह घाटी में सुरक्षा और सीमा पर हालात की स्थिति के बारे में बोलंगे लेकिन उन्होंने राज्य के लोगों को निराश किया।’