अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीती रात पाकिस्तानी सैनिकों ने 50 से अधिक सीमावर्ती चौकियों पर गोली चलाई और गोलाबारी की, जिससे बीएसएफ के एक हेड कान्स्टेबल की मौत हो गई और सात सुरक्षा कर्मी घायल हो गए।
हालिया समय में सीमा पार से यह अब तक की सबसे बड़ी उकसावे की कार्रवाई है।
कल ही गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे इलाकों का दौरा किया था और कुछ घंटे बाद सीमा पार से फिर संघषर्विराम उल्लंघन किया गया। शिन्दे, 14 अक्तूबर से संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाओं के बाद उत्पन्न सुरक्षा हालात की समीक्षा करने के लिए यहां आए थे। 14 अक्तूबर को संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटना में दो जवान शहीद हो गए थे और 18 लोग घायल हुए थे।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजरों ने कल रात से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू की सीमाई पट्टी पर 50 से अधिक सीमा चौकियों पर स्वाचालित हथियारों से गोली चलाई और हमला किया।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजरों ने कल रात करीब सात बज कर 40 मिनट से अरनिया, आरएस पुरा और अखनूर सेक्टर के गांवों पर गोले भी दागे। उन्होंने बताया कि सीमा पर निगरानी कर रहे बीएसएफ के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की, जिससे दोनों पक्षों के बीच तीव्र गोलीबारी हुई। यह सिलसिला आज सुबह तक जारी था। इस घटना में सीमा चौकी चिनाज पर तैनात बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल मुकेश लाल मीना की मौत हो गई और बल के दो अधिकारियों सहित सात कर्मी घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मीना राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में मोहाचा के निपाजीपुरा गांव के रहने वाले थे। उनकी पार्थिव देह उनके पैतृक गांव भेजी जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि घायलों की पहचान निरीक्षक रामपाल, उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह, सिपाही प्रदीप सिंह, अशोक कुमार, मनोज कुमार, श्रीनिवास नायक और संदीप कुमार के तौर पर हुई है।
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