वैश्विक महामारी कोरोना में निजी चिकित्सालय में लापरवाही का आलम बना हुआ है,उत्तर प्रदेश के कई निजी अस्पतालों पर आरोप लग रहे हैं कि लाखों रुपए लेने के बाद भी वह मरीज का सही से इलाज नहीं कर रहे हैं.ताजा मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का है जहां पर पद्म विभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र के परिजनों ने बेटी के मौत पर अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.दरअसल पद्मविभूषण पंडित छन्नू लाल मिश्र की पत्नी के बाद बड़ी बेटी संगीता मिश्रा (48) का एक मई को निधन हो गया. मैदागिन स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली.
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'पंडितजी' की छोटी बेटी नम्रता मिश्र ने बड़ी बहन की मौत पर सवाल खड़ा करते हुए इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. साथ ही वह अपनी बहन के इलाज के दौरान के CCTV फुटेज की मांग करते हुए अस्पताल पहुंचीं और जमकर हंगामा काटा. हंगामे को देखते हुए अस्पताल मैनेजमेंट के लोग फरार हो गए. हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंची कोतवाली थाना क्षेत्र की पुलिस टीम उन्हें अपने साथ थाने ले जाकर शिकायत करने की बात कही.
नम्रता मिश्र ने बताया कि बड़ी बहन को केवल उल्टी व खांसी की शिकायत थी.हालत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से बड़ी बहन की मौत हुई है, वह इसकी शिकायत दर्ज कराएंगी. बेटी के निधन के बाद से पंडित मिश्र की हालत भी खराब हो गई है.
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