
रिटर्न नहीं भरने वाले सर्वाधिक 255 आईएएस अधिकारी उत्तरप्रदेश के हैं...
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
सभी अधिकारियों को जनवरी अंत तक अचल संपत्ति रिटर्न जमा करना जरूरी
ऐसा नहीं करने पर पदोन्नति और एंपैनेलमेंट से वंचित किया जा सकता है
रिटर्न नहीं भरने वाले सर्वाधिक 255 आईएएस अधिकारी उत्तरप्रदेश के हैं
जबकि राजस्थान के 153 और मध्य प्रदेश के 118 अधिकारियों ने भी रिटर्न दाखिल नहीं किया है. पश्चिम बंगाल के 109 और अरूणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम-केन्द्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के आईएएस अधिकारियों ने भी अपने रिटर्न दाखिल नहीं किए हैं.
डीओपीटी के आंकड़ों के अनुसार कर्नाटक काडर के 82, आंध्रप्रदेश के 81, बिहार के 74, ओडिशा, असम एव मेघालय के 72-72, पंजाब के 70, महाराष्ट्र के 67, मणिपुर-त्रिपुरा के 64 और हिमाचल प्रदेश के 60 आईएएस अधिकारियों ने भी अपने र्टि दाखिल नहीं किए हैं. नियमत:, माना जाता है कि सिविल सेवा अधिकारी अपनी संपत्तियों और देनदारियों का ब्योरा सरकार को देंगे.
भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए मोदी सरकार ने आईएएस अधिकारियों के लिए कई नियम बनाए हैं. इसके तहत अधिकारियों को 5 हजार रुपये तक का उपहार स्वीकार करने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है. इसके अलावा यदि वे अपने रिश्तेदारों, दोस्तों से 25 हजार रुपये तक के गिफ्ट लेने के लिए सरकार को सूचना देनी पड़ती है. मोदी सरकार ने भी रिश्वतखोरी पर रोक लगाने के लिए इन कानूनों को सख्ती से लागू करने की बात की थी लेकिन IAS अधिकारियों पर उनकी सख्ती का कोई असर होता नहीं दिख रहा. 2015 में 1527 और 2014 में 1537 अधिकारियों ने अचल संपत्ति से जुड़ी अपनी जानकारी देने से इनकार कर दिया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं