
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
नोटबंदी और पीएम मोदी पर निजी भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विपक्ष को एकजुट करने की कांग्रेस की कोशिश को झटका लगा है. सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने आज विपक्षी पार्टियों की एक बैठक बुलाई है. जेडीयू, एनसीपी और लेफ्ट ने इस बैठक से दूर रहने का फैसला किया है.
जेडीयू का कहना है कि इस बैठक का न तो कोई साफ एजेंडा है और न ही इसका कोई नतीजा निकलेगा. बैठक से पहले उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया. वहीं लेफ्ट का कहना है कि इस तरह की बैठकों को कामयाब बनाने के लिए पहले से सभी दलों से राय-मशविरा होनी चाहिए थी.
इससे पहले 16 दिसंबर को कई विपक्षी पार्टियां राहुल गांधी के अकेले पीएम से मिलने से खफा हो गई थीं और राष्ट्रपति भवन तक मार्च से अलग हो गई थीं. इस बीच सोमवार शाम राहुल गांधी ने अपने आवास पर पार्टी महासचिवों और सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के साथ मुलाकात की. इसके बाद कांग्रेस ने 6 और 8 जनवरी को नोटबंदी के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन का ऐलान किया.
जेडीयू का कहना है कि इस बैठक का न तो कोई साफ एजेंडा है और न ही इसका कोई नतीजा निकलेगा. बैठक से पहले उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया. वहीं लेफ्ट का कहना है कि इस तरह की बैठकों को कामयाब बनाने के लिए पहले से सभी दलों से राय-मशविरा होनी चाहिए थी.
इससे पहले 16 दिसंबर को कई विपक्षी पार्टियां राहुल गांधी के अकेले पीएम से मिलने से खफा हो गई थीं और राष्ट्रपति भवन तक मार्च से अलग हो गई थीं. इस बीच सोमवार शाम राहुल गांधी ने अपने आवास पर पार्टी महासचिवों और सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के साथ मुलाकात की. इसके बाद कांग्रेस ने 6 और 8 जनवरी को नोटबंदी के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन का ऐलान किया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं