महज एक रुपये में गरीब मरीजों का इलाज करने को लेकर पश्चिम बंगाल के बोलपुर के बाशिंदों के बीच ‘एक टका वाले डॉक्टर' के रूप में चर्चित डॉ सुशोवन बनर्जी ने पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर इसका श्रेय उन आम लोगों को दिया ‘जिनके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया.' डॉ. बनर्जी इस साल पश्चिम बंगाल से पद्मश्री के लिए चुने गए चार शख्सियतों में एक हैं. डॉ. बनर्जी ने कहा, ‘मैं 57 सालों से मरीजों का इलाज कर रहा हूं. यह पद्मश्री उनके चलते संभव हुआ है. मैं यह पुरस्कार उन्हीं लोगों को समर्पित करता हूं.'
बीरभूम जिले के बोलपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस विधायक ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने फोन कर उन्हें बधाई दी, जिनके साथ उनके मधुर संबंध हैं. उन्होंने कहा, ‘श्री मुखर्जी मुझे अपना छोटा भाई मानते हैं. उन्होंने शनिवार शाम मुझे फोन कर बधाई दी.' पूर्व विधायक ने कहा कि उन्हें यह जानकार आश्चर्य हुआ कि वह इस साल पद्म पुरस्कारों की सूची में हैं.
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उन्होंने कहा, ‘मैं कांग्रेस विधायक था. मेरे लिए यह आश्चर्य की बात है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने मुझे इस पुरस्कार के लिए चुना. मैं उनका आभारी हूं.' बनर्जी के अलावा पद्म श्री के लिए पश्चिम बंगाल के तीन अन्य शख्सियतों-- डॉ. अरूणोदय मंडल (मेडिसीन), काजी मासूम अख्तर (साहित्य एवं शिक्षा) और मणिलाल नाग (कला) को भी चुना गया है. बता दें, केंद्र सरकार ने इस साल के पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कारों की घोषणा कर दी है.
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