बनारस से दिल्‍ली लौटते वक्‍त विमान में सोनिया गांधी की तबीयत और बिगड़ गई थी : सूत्र

बनारस से दिल्‍ली लौटते वक्‍त विमान में सोनिया गांधी की तबीयत और बिगड़ गई थी : सूत्र

वाराणसी में रोड शो के दौरान कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी (फाइल फोटो)

खास बातें

  • रोड शो को बीच में ही छोड़कर सोनिया गांधी को लौटना पड़ा दिल्‍ली
  • डॉक्‍टरों ने कहा, अब उनकी हालत स्थिर है और जांच की जा रही है
  • पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्विटर के जरिए सोनिया गांधी का हाल-चाल जाना था
नई दिल्‍ली:

प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रोडशो के दौरान तबीयत खराब होने के बाद रोड शो को बीच में छोड़कर सोनिया गांधी एक चार्टर्ड विमान से दिल्‍ली के लिए रवाना हो गईं. सूत्रों के अनुसार विमान में सोनिया की तबीयत और बिगड़ गई और उनके साथ मौजूद डॉक्‍टरों ने तुरंत ही उन्‍हें अस्‍पताल में दाखिल कराने का फैसला किया.
 
69-वर्षीय सोनिया गांधी को मंगलवार की रात दिल्‍ली में सेना के अस्‍पताल में भर्ती किया गया और बुधवार को उन्‍हें गंगाराम अस्‍पताल में दाखिल कर दिया गया. एक बयान में बताया गया कि 'उनके शरीर में पानी की काफी कमी हो गई थी लेकिन अब उनकी हालत स्थिर है और आगे की जांच की जा रही है.'
 
वाराणसी पहुंची सोनिया गांधी को पहले से ही बुखार था. वारणसी में रोड शो के जरिए कांग्रेस अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनावों के लिए अपना दमखम दिखाना चाहती थी. गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के नेतृत्‍व में बीजेपी ने राज्‍य में शानदार प्रदर्शन किया था.

सोनिया के रोडशो के दौरान मुस्लिम बहुल इलाकों में भारी संख्‍या में लोग जुटे और उनका कारवां बेहद धीमी गति से आगे बढ़ता रहा, जिसकी वजह से उन्‍हें आराम करने का बहुत कम वक्‍त मिला. रोड शो के निर्धारित 8 किलोमीटर की दूरी में से 7 किलोमीटर का फासला तय करने के बाद कांग्रेस ने घोषणा की कि सोनिया अब रोड शो पूरा नहीं करेंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्विटर के जरिए सोनिया गांधी का हाल-चाल जाना और कांग्रेस ने भी ट्वीट कर पीएम को शुक्रिया कहा.

सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी को मंगलवार की रात तेज बुखार था और उन्हें उल्टियां हो रही थीं. उनके शरीर में पानी की कमी हो गई थी. वाराणसी एयरपोर्ट पर उन्‍हें ड्रिप भी चढ़ाया गया. सोनिया को दिल्‍ली ले जाने के लिए एक एयर एंबुलेंस को भी तैयार रहने को कहा गया था, लेकिन जब उन्‍होंने कहा कि वो बेहतर महसूस कर रही हैं, तब उन्‍हें चार्टर्ड प्‍लेन से दिल्‍ली भेजा गया. सोनिया की पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, उनकी तबीयत खराब थी, यह निश्चित रूप से थकान की वजह से हुआ.

कांग्रेस पिछले 27 वर्षों से उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर है. पिछले विधानसभा चुनावों में यह चौथे स्‍थान पर रही थी. 2014 में हुए लोकसभा चुनावों में राज्‍य की 80 सीटों में उसके खाते में केवल 2 सीटें आईं, वो भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने जीती. अपनी परंपरागत रणनीति को बदलते हुए इस बार कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अपने मुख्‍यमंत्री पद के उम्‍मीदवार (शीला दीक्षित) के नाम की घोषण कर दी है और अन्‍य बड़ी पार्टियों से पहले ही अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है.

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में सोनिया गाधी के रोड शो के जरिए कांग्रेस न सिर्फ जनता का समर्थन हासिल करना चाहती है बल्कि अपने निराश कार्यकर्ताओं में नया जोश भी भरना चाहती है.


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