अब भारतीय पासपोर्ट अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में भी होंगे, बच्चों और वृद्धों को फीस में मिलेगी छूट

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पासपोर्ट अधिनियम के 50 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में दी जानकारी

अब भारतीय पासपोर्ट अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में भी होंगे, बच्चों और वृद्धों को फीस में मिलेगी छूट

प्रतीकात्मक फोटो.

खास बातें

  • नासिक में प्रिटिंग प्रेस को दोनों भाषाओं में पासपोर्ट छापने का आदेश
  • बुजुर्गों के पासपोर्ट के आवेदनों की संख्या बढ़ रही है
  • पासपोर्ट अधिनियम के 50 साल पूरे होने पर डाक टिकट जारी
नई दिल्ली:

सभी भारतीय पासपोर्ट अब द्विभाषी यानी हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होंगे. इसके अलावा आठ साल से कम तथा 60 साल से ऊपर के आवेदकों को आवेदन शुल्क में 10 फीसदी की छूट मिलेगी.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा, "अब से सभी भारतीय पासपोर्ट हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होंगे. हमने नासिक स्थित प्रिटिंग प्रेस को इन दोनों भाषाओं में पासपोर्ट छापने के लिए कहा है." पासपोर्ट अधिनियम के 50 साल होने के मौके पर वे एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि रूस तथा जर्मनी जैसे देशों के पासपोर्ट उनकी भाषाओं में होते हैं.

सुषमा ने कहा, "हमें अक्सर शिकायतें मिलती थीं कि हमारे पासपोर्ट केवल अंग्रेजी में ही क्यों होते हैं. जब सभी अरब देशों के पासपोर्ट अरबी में और जर्मनी तथा रूस के पासपोर्ट उनकी भाषाओं में होते हैं, तो हमारा पासपोर्ट हिंदी में क्यों नहीं हो सकता."

उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के पासपोर्ट के आवेदनों की संख्या बढ़ रही है, जो विदेशों में पढ़ने वाले या काम करने वाले अपने बच्चों या रिश्तेदारों से मिलने जाना चाहते हैं.

सुषमा स्वराज तथा संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने पासपोर्ट अधिनियम के 50 साल पूरे होने के मौके पर एक डाक टिकट जारी किया. पासपोर्ट अधिनियम 24 जून, 1967 को अस्तित्व में आया था.
( इनपुट आईएएनएस से)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com