नई दिल्ली:
राबर्ट वाड्रा ने सांसदों और अन्य वीआईपी को हवाई अड्डा टर्मिनल इमारतों तक नि:शुल्क पहुंच जैसी अन्य सुविधाओं के जारी रहने संबंधी बयान को लेकर केंद्रीय नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू पर निशाना साधा है।
वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘भारत में हवाई अड्डों पर विशेष अधिकार प्राप्त लोगों के नामों में अपने नाम को लेकर इलैक्ट्रॉनिक मीडिया पर फिर से एक बार हुई चर्चा को देखा। मुझे खुशी है कि इस औपचारिकता को समाप्त कर दिया गया है, क्योंकि इसे सुरक्षा एजेंसियों ने मेरी मंजूरी के बिना शुरू किया था। और यह केवल तभी था जब मैं एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों के साथ यात्रा करूंगा। मेरे मौजूदा सुरक्षाकर्मियों को हवाई अड्डों के भीतर अनुमति नहीं दी जाती है।’’
वाड्रा ने कहा कि उन्हें एसपीजी सुरक्षा प्राप्त नहीं है तो वह और उनके बच्चे हमेशा आम यात्री की तरह यात्रा करते हैं, सभी नियमों का पालन करते हैं, सुरक्षा जांच से गुजरते हैं, कोट, बेल्ट उतारने से लेकर बैग की जांच करवाने आदि तक सभी ऐसे कार्य जिनका दुनिया के किसी भी हवाई अड्डे पर वे अनुसरण करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वही मंत्री और तथाकथित (सत्तारूढ़ सरकार में महत्वपूर्ण व्यक्ति) स्पष्ट रूप से देश के सभी सुरक्षा नियमों को तोड़ने की बात स्वीकार कर रहे हैं और पूर्ण विशेषाधिकार की चर्चा कर रहे हैं। पाखंड की हद है।’’ हवाई अड्डों पर वाड्रा को तलाशी से मिली छूट का मुद्दा कई बार उठा है।
वाड्रा की प्रतिक्रिया सरकार द्वारा लोकसभा में दिए गए जवाब के एक दिन बाद मंगलवार को आयी। सरकार ने लोकसभा में कहा था कि सांसद और अन्य वीआईपी को हवाई अड्डों पर मुफ्त में चाय काफी परोसे जाने, टर्मिनल इमारत में मुफ्त पहुंच जैसी सुविधाएं मिलती रहेंगी, क्योंकि इन्हें समाप्त करने की कोई योजना नहीं है।
वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘भारत में हवाई अड्डों पर विशेष अधिकार प्राप्त लोगों के नामों में अपने नाम को लेकर इलैक्ट्रॉनिक मीडिया पर फिर से एक बार हुई चर्चा को देखा। मुझे खुशी है कि इस औपचारिकता को समाप्त कर दिया गया है, क्योंकि इसे सुरक्षा एजेंसियों ने मेरी मंजूरी के बिना शुरू किया था। और यह केवल तभी था जब मैं एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों के साथ यात्रा करूंगा। मेरे मौजूदा सुरक्षाकर्मियों को हवाई अड्डों के भीतर अनुमति नहीं दी जाती है।’’
वाड्रा ने कहा कि उन्हें एसपीजी सुरक्षा प्राप्त नहीं है तो वह और उनके बच्चे हमेशा आम यात्री की तरह यात्रा करते हैं, सभी नियमों का पालन करते हैं, सुरक्षा जांच से गुजरते हैं, कोट, बेल्ट उतारने से लेकर बैग की जांच करवाने आदि तक सभी ऐसे कार्य जिनका दुनिया के किसी भी हवाई अड्डे पर वे अनुसरण करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वही मंत्री और तथाकथित (सत्तारूढ़ सरकार में महत्वपूर्ण व्यक्ति) स्पष्ट रूप से देश के सभी सुरक्षा नियमों को तोड़ने की बात स्वीकार कर रहे हैं और पूर्ण विशेषाधिकार की चर्चा कर रहे हैं। पाखंड की हद है।’’ हवाई अड्डों पर वाड्रा को तलाशी से मिली छूट का मुद्दा कई बार उठा है।
वाड्रा की प्रतिक्रिया सरकार द्वारा लोकसभा में दिए गए जवाब के एक दिन बाद मंगलवार को आयी। सरकार ने लोकसभा में कहा था कि सांसद और अन्य वीआईपी को हवाई अड्डों पर मुफ्त में चाय काफी परोसे जाने, टर्मिनल इमारत में मुफ्त पहुंच जैसी सुविधाएं मिलती रहेंगी, क्योंकि इन्हें समाप्त करने की कोई योजना नहीं है।
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