
प्रतीकात्मक तस्वीर...
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
किसान की हालत अब खतरे से बाहर है.
बैंक में उपस्थित अन्य ग्राहकों ने किसान को कीटनाशक पीने से रोका.
प्रजापत का चेक क्लियरिंग के लिए भेजा हुआ है : बैंक प्रबंधक
पुलिस अक्षीक्षक ओपी त्रिपाठी ने बताया कि किसान राधेश्याम प्रजापत ने सेंट्रल बैंक की नारायणगढ़ शाखा में फसल बेचने से प्राप्त हुआ 24,000 रुपये का चेक गत 24 नवंबर को खाते में भुगतान के लिए डाला था. उसे चेक का भुगतान नहीं मिलने से परेशान किसान ने अपने साथ लाई बोतल से बैंक में ही कीटनाशक दवा पीना शुरू कर दिया. इस पर वहां उपस्थित बैंक के अन्य ग्राहकों ने उसे रोक दिया.
उन्होंने बताया कि किसान को इलाज के लिए तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है.
हालांकि, बैंक के प्रबंधक सुनील दोहरे ने बताया कि प्रजापत का चेक क्लियरिंग के लिए भेजा हुआ है. बैंक में ग्राहकों द्वारा जैसे ही चेक जमा किया जाता है बैंक द्वारा उसे तुरंत ही क्लियरिंग के लिए भेज दिया जाता है. पहले करीब 25 चेक बैंक में आते थे और अब लगभग 100 चेक प्रतिदिन आ रहे हैं. इनमें से कभी-कभी कोई चेक क्लियरिंग में फंस जाता है तो उसके भुगतान में विलंब होता है. एसपी ने बताया कि पुलिस मामला दर्ज कर विस्तृत जांच कर रही है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
नारायणगढ़, मध्य प्रदेश, नोटबंदी, किसान, कीटनाशक, Narayangarh, Madhya Pradesh, Note Ban, Farmer, Insecticide