पटना:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कंकड़बाग में पटना की पुलिस अधीक्षक (नगर) किम द्वारा एक महिला को थप्पड़ मारे जाने की घटना पर दुख प्रकट करते हुए पीड़ितों से माफी मांगी है।
सिटी एसपी को निलंबित किए जाने की मांग को लेकर बिहार विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। विधान परिषद में इस मामले को विपक्षी सदस्यों द्वारा उठाए जाने पर मुख्यमंत्री ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि राज्य के किसी भी नागरिक या महिला के साथ दुर्व्यवहार हुई है तो वह मुख्यमंत्री होने के नाते उन तमाम पीड़ित लोगों से क्षमा मांगते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी नागरिक को उनके कार्यकाल में सरकारी मशीनरी द्वारा अगर दुख पहुंचाया गया हो तो इसके लिए वह खुद को नैतिक रूप से जिम्मेवार समझते हैं। उन्होंने कहा कि सिटी एसपी से गलतियां हुई हैं, लेकिन महिला अधिकारी का यह पहला पदस्थापन है, इसलिए उन्हें माफ कर देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। करंट लगने से जिन दो युवकों की मौत हुई है, उनके परिजनों को जो भी सरकारी सहायता दी जा सकती है, वह दी जाएगी। इसके लिए जिला अधिकारी को आदेश दे दिया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस मामले में जो भी शिकायत आई है, उस पर विधिसम्मत विचार होगा।
उधर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद एवं बिहार इकाई के महासचिव रामकृपाल यादव ने मुख्यमंत्री द्वारा सिटी एसपी को माफ कर देने संबंधी बयान पर कहा है कि मुख्यमंत्री को राज्य में एक कानून बना देना चाहिए कि जिन नौजवानों ने पहली बार हत्या, डकैती, लूट, दुष्कर्म किए हैं, उन्हें माफ कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के कार्यकाल में कानून मजाक बनकर रह गया है। नीतीश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री की इसी मानसिकता के कारण पुलिस निरंकुश हो गई है। कानून सबके लिए बराबर है, चाहे आम नागरिक हो या अधिकारी।"
गौरतलब है कि सोमवार को पटना के कंकड़बाग इलाके में बिजली का करंट लगने से दो युवकों की उस समय मौत हो गई थी, जब वे साइकिल से आते वक्त पानी भरे गड्ढे में गिर गए थे। बिजली का तार टूटकर गिरने के कारण पानी में करंट था। इस घटना से गुस्साए लोग जब प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान सिटी एसपी किम की प्रदर्शनकारी महिलाओं के साथ झड़प हो गई थी। आरोप है कि किम ने वहां एक महिला को थप्पड़ मारा था तथा विरोध कर रहे युवकों की भी पिटाई की गई थी।
सिटी एसपी को निलंबित किए जाने की मांग को लेकर बिहार विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। विधान परिषद में इस मामले को विपक्षी सदस्यों द्वारा उठाए जाने पर मुख्यमंत्री ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि राज्य के किसी भी नागरिक या महिला के साथ दुर्व्यवहार हुई है तो वह मुख्यमंत्री होने के नाते उन तमाम पीड़ित लोगों से क्षमा मांगते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी नागरिक को उनके कार्यकाल में सरकारी मशीनरी द्वारा अगर दुख पहुंचाया गया हो तो इसके लिए वह खुद को नैतिक रूप से जिम्मेवार समझते हैं। उन्होंने कहा कि सिटी एसपी से गलतियां हुई हैं, लेकिन महिला अधिकारी का यह पहला पदस्थापन है, इसलिए उन्हें माफ कर देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। करंट लगने से जिन दो युवकों की मौत हुई है, उनके परिजनों को जो भी सरकारी सहायता दी जा सकती है, वह दी जाएगी। इसके लिए जिला अधिकारी को आदेश दे दिया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस मामले में जो भी शिकायत आई है, उस पर विधिसम्मत विचार होगा।
उधर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद एवं बिहार इकाई के महासचिव रामकृपाल यादव ने मुख्यमंत्री द्वारा सिटी एसपी को माफ कर देने संबंधी बयान पर कहा है कि मुख्यमंत्री को राज्य में एक कानून बना देना चाहिए कि जिन नौजवानों ने पहली बार हत्या, डकैती, लूट, दुष्कर्म किए हैं, उन्हें माफ कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के कार्यकाल में कानून मजाक बनकर रह गया है। नीतीश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री की इसी मानसिकता के कारण पुलिस निरंकुश हो गई है। कानून सबके लिए बराबर है, चाहे आम नागरिक हो या अधिकारी।"
गौरतलब है कि सोमवार को पटना के कंकड़बाग इलाके में बिजली का करंट लगने से दो युवकों की उस समय मौत हो गई थी, जब वे साइकिल से आते वक्त पानी भरे गड्ढे में गिर गए थे। बिजली का तार टूटकर गिरने के कारण पानी में करंट था। इस घटना से गुस्साए लोग जब प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान सिटी एसपी किम की प्रदर्शनकारी महिलाओं के साथ झड़प हो गई थी। आरोप है कि किम ने वहां एक महिला को थप्पड़ मारा था तथा विरोध कर रहे युवकों की भी पिटाई की गई थी।
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