खास बातें
- बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर उनकी कंपनी पूर्ति ग्रुप को लेकर नए आरोप लगे हैं, जिसमें कहा गया है कि पूर्ति ग्रुप में 85 फीसदी हिस्सेदारी ऐसी कंपनियों की है, जिनका कोई अता−पता नहीं है।
नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर उनकी कंपनी पूर्ति ग्रुप को लेकर नए आरोप लगे हैं, जिसमें कहा गया है कि पूर्ति ग्रुप में 85 फीसदी हिस्सेदारी ऐसी कंपनियों की है, जिनका कोई अता−पता नहीं है।
पूर्ति ग्रुप की शेयर पूंजी 68 करोड़ रुपये की है, जिसमें 60 करोड़ रुपये 18 कंपनियों के हैं, जिनमें से कई के पते भी गलत हैं। गडकरी के पास सिर्फ 200 शेयर हैं।
साथ ही उनकी कंपनी में एक ऐसे ठेकेदार का भी निवेश है, जिसे गडकरी के महाराष्ट्र में लोक निर्माण मंत्री रहते वक्त ठेका मिला था। लेकिन एनडीटीवी के स्टूडियो में आए नितिन गडकरी ने हर आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। गडकरी ने कहा, किसी भी कंपनी में कई शेयर धारक होते हैं। हमें पूंजी जुटाना होता है...इसमें 10 हजार शेयरधारक है, इनमें से कुछ उद्योगपति, कारोबारी, व्यापरी, अप्रवासी भारतीय हैं। कोई भी शेयरधारक बन सकता है।
गडकरी ने अपने एक मित्र की सड़क निर्माण कंपनी को फायदा पहुंचाने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। यह पूछे जाने पर पते फर्जी थे, गडकरी ने कहा कि ऐसा संभव हो कि पते बदल गए हों। उन्होंने कहा, काफी संख्या में शेयरधारकों ने पते बदल लिए हैं। इसमें 10 हजार शेयरधारक है। उन्होंने कहा कि वे सभी लोगों के पते तैयार रखने की उम्मीद नहीं कर रहे हैं, लेकिन वे सभी के पते पेश कर सकते हैं।