यह ख़बर 16 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

ट्विटर अकाउंट सामी विटनेस की जांच में दूसरी खुफिया एजेंसियों के साथ एनआईए भी जुटी

मेहदी मसरूर बिस्वास का फाइल फोटो

बेंगलुरु:

आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के अरबी ट्वीट्स को अंग्रेजी में अनुवाद कर री-ट्वीट करने वाला मेहदी मसरूर बिस्वास की चल रही जांच में अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए भी शामिल हो गई है। बेंगलुरु के पुलिस कमिशनर रेड्डी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि बेंगलुरु पुलिस और खुफिया एजेंसियों के साथ एनआईए भी इस मामले की जांच को अब आगे बढ़ा रही है।

रविवार को बेंगलुरु की एक निचली अदालत ने मेहदी मसरूर को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज था, तब से बेंगलुरु के सुरक्षित ठिकानों पर उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। जांच से जुड़े अधिकारियों के हवाले से जो खबर आ रही है, उसके मुताबिक, अब यह पता लगाने की कोशिश चल रही है कि क्या मसरूर आईएसआईएस के किसी स्लीपर सेल को तैयार करने में जुटा था या उसने ऐसा कोई संगठन तैयार भी कर लिया था या फिर देश में सक्रिय आतंकवादी संगठनों से उसका कोई तालमेल था।

इसके लिए मेहदी मसरूर के सोशल मीडिया अकाउंट्स के साथ-साथ फोन, ई-मेल से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। उसके ट्विटर अकाउंट का डेटा साइज काफी बड़ा है इसलिए पुलिस कमिश्नर ने ट्विटर इंडिया कॉरपोरेशन के अधिकारियों के साथ बैठक की और इस अकाउंट से जुड़ी तमाम जानकारी मांगी है।

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हालांकि पुलिस का कहना है कि मेहदी मसरूर की गिरफ्तारी के बाद डीसीपी क्राइम को मिल रही धमकियों को वह ज्यादा अहमियत नहीं दे रहे बल्कि ऐसे ट्वीट्स भेजने वालों के खिलाफ जल्द ही करवाई की जाएगी।