किसी के भी साथ भेदभाव नहीं होगा : जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा

जम्मू-कश्मीर में नियुक्त नए उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि कश्मीर भारत का स्वर्ग है. उनको यहां पर एक भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी गई है. सिन्हा ने कहा कि 5 अगस्त एक अहम तारीख है, सालों तक अलग रहने वाला जम्मू-कश्मीर मुख्य धारा में लौटा है.

किसी के भी साथ भेदभाव नहीं होगा : जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा

नई दिल्ली :

जम्मू-कश्मीर में नियुक्त नए उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि कश्मीर भारत का स्वर्ग है. उनको यहां पर एक भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी गई है. सिन्हा ने कहा कि 5 अगस्त एक अहम तारीख है, सालों तक अलग रहने वाला जम्मू-कश्मीर मुख्य धारा में लौटा है. कई सारे प्रोजेक्ट यहां सालों बाद शुरू हो गए हैं. अब उनकी जिम्मेदारी है कि इनको आगे बढ़ाएं. मनोज सिन्हा ने आश्वासन दिया कि अब यहां किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा. संवैधानिक शक्ति का इस्तेमाल अब लोगों की कल्याण में किया जाएगा.  सिन्हा ने कहा, 'मैं वादा करता हूं कि लोगों की उनकी समस्याएं सुनी जाएंगी और उनका समाधान निकाला जाएगा. मेरा उद्देश्य यहां विकास को आगे बढ़ाना है'. 

गौरतलब है कि पीछे साल 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले प्रावधान को खत्म कर दिया गया था.साथ ही राज्य को दो भागों में बांटकर लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के दो केंद्र शासित प्रदेश बना दिए गए थे. इसके बाद राज्य में काफी विवाद हुआ था और कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया. फिर यहां पर जीसी मुर्मू को जम्मू-कश्मीर का उप राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया. अब यहां केंद्र सरकार ने यहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रहे मनोज सिन्हा को उप राज्यपाल बनाया गया है और जीसी मुर्मू को सीएजी की जिम्मेदारी दी गई है. 

मनोज सिन्हा उत्तर प्रदेश से तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं. लेकिन साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वो गाजीपुर सीट से चुनाव हार गए. आरएसएस के कार्यकर्ता और बीएचयू से इंजीनियरिंग कर चुके मनोज सिन्हा की इस हार का अंदाजा किसी को नहीं था क्योंकि गाजीपुर में किए गए उनके कामों की तारीफ हो रही थी. मनोज सिन्हा को पीएम मोदी को काफी नजदीकी माना जाता है और माना जा रहा था कि उनको जल्द ही बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.

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