लांस नायक यज्ञ प्रताप...
नई दिल्ली:
बड़े अफसरों की मनमानी और खराब सुविधाओं को लेकर पिछले कुछ दिनों में बीएसएफ और सीआरपीएफ के जवानों की शिकायत के बाद सेना का एक जवान भी सामने आया है. वीडियो में लांस नायक यज्ञ प्रताप सिंह ने अपने बड़े अफसरों पर खुद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
देहरादून में तैनात सेना के जवान यज्ञ प्रताप सिंह के मुताबिक उसने पिछले साल 15 जून को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को अधिकारियों द्वारा जवानों के शोषण को लेकर एक चिट्ठी लिखी थी. बाद में जब यह बात सेना के अधिकारियों को पता चली तो उसको काफी डांटा-फटकारा गया. अब उसे लग रहा है कि इसी मामले पर उसका कोर्ट मार्शल भी हो सकता है.
यज्ञ प्रताप के मुताबिक सेना में कई जगहों पर एक सैनिक से कपड़े धुलवाना, बूट पॉलिश करवाना, कुत्ते घुमवाना जैसे काम करवाना गलत है. सेना के इस जवान से सीधे प्रधानमंत्री से अपील की है कि वे इस मामले में दखल दें क्योंकि उसने चट्ठी लिखकर कोई गलत काम नहीं किया है.
इस बीच सेना की ओर से इस वीडियो पर जवाब आ गया है. सेना ने एक बयान जारी कर कहा है कि इतनी बड़ी फौज में किसी एक सैनिक की ऐसी शिकायत को हम ऐसे ही खारिज नहीं कर सकते. सेना में ऐसी शिकायतों के निबटारे का एक सिस्टम है और उसी के तहत इस जवान की शिकायत को भी देखा जा रहा है.
इस पूरे मामले पर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि मैंने आदेश दिया है कि Chief of Army Redressal and Grievances Box होगा, यह पूरे देश में कमांड हेड क्वार्टर में लगाया जाएगा. इसको कोई भी इस्तेमाल कर सकता है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि शिकायत करने वाले सैनिकों की पहचान गुप्त रहे. हम चाहते हैं कि सैनिक सीधे हमारे पास आएं बजाय कि सोशल मीडिया में आने के. अगर असंतुष्ट रहें तो अन्य माध्यमों का प्रयोग करें. सोशल मीडिया एक टू साइड वेपन है, जिसकी हानियां हैं. मीडिया के ज़रिये यह संदेश मैं जवानों तक पहुंचाना चाहता हूं.
यहां देखें वीडियो
CRPF जवान का वीडियो में पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल, अर्द्धसैनिक बलों को पेंशन क्यों नहीं?
इससे पहले सीआरपीएफ के जवान जीत सिंह का वीडियो सामने आया. इसमें जवान ने प्रधानमंत्री से गुजारिश की है कि पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों को भी वे सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए जो सेना के जवानों को मिलती हैं. इनका दर्द है जब इनके भी जवान सरहद पर गोली खाते है देश के भीतर आंतकवादियों और माओवादियों से लड़ते हैं तो फिर सुविधाओं के मामले में उनके साथ भेदभाव क्यों किया जाता है.
बीएसएफ जवान तेजबहादुर ने वीडियो के जरिए खराब खाने से संबंधित समस्या को उठाया
जम्मू-कश्मीर में तैनात बीएसएफ के एक जवान का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वीडियो में बीएसएफ जवान दावा कर रहा है कि वह सीमा पर मुश्किल हालात में ड्यूटी कर रहा है. वीडियो में दिख रहा शख्स खुद को तेज बहादुर यादव, बीएसएफ की 29वीं बटालियन का सदस्य बताता है.
देहरादून में तैनात सेना के जवान यज्ञ प्रताप सिंह के मुताबिक उसने पिछले साल 15 जून को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को अधिकारियों द्वारा जवानों के शोषण को लेकर एक चिट्ठी लिखी थी. बाद में जब यह बात सेना के अधिकारियों को पता चली तो उसको काफी डांटा-फटकारा गया. अब उसे लग रहा है कि इसी मामले पर उसका कोर्ट मार्शल भी हो सकता है.
यज्ञ प्रताप के मुताबिक सेना में कई जगहों पर एक सैनिक से कपड़े धुलवाना, बूट पॉलिश करवाना, कुत्ते घुमवाना जैसे काम करवाना गलत है. सेना के इस जवान से सीधे प्रधानमंत्री से अपील की है कि वे इस मामले में दखल दें क्योंकि उसने चट्ठी लिखकर कोई गलत काम नहीं किया है.
इस बीच सेना की ओर से इस वीडियो पर जवाब आ गया है. सेना ने एक बयान जारी कर कहा है कि इतनी बड़ी फौज में किसी एक सैनिक की ऐसी शिकायत को हम ऐसे ही खारिज नहीं कर सकते. सेना में ऐसी शिकायतों के निबटारे का एक सिस्टम है और उसी के तहत इस जवान की शिकायत को भी देखा जा रहा है.
इस पूरे मामले पर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि मैंने आदेश दिया है कि Chief of Army Redressal and Grievances Box होगा, यह पूरे देश में कमांड हेड क्वार्टर में लगाया जाएगा. इसको कोई भी इस्तेमाल कर सकता है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि शिकायत करने वाले सैनिकों की पहचान गुप्त रहे. हम चाहते हैं कि सैनिक सीधे हमारे पास आएं बजाय कि सोशल मीडिया में आने के. अगर असंतुष्ट रहें तो अन्य माध्यमों का प्रयोग करें. सोशल मीडिया एक टू साइड वेपन है, जिसकी हानियां हैं. मीडिया के ज़रिये यह संदेश मैं जवानों तक पहुंचाना चाहता हूं.
यहां देखें वीडियो
CRPF जवान का वीडियो में पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल, अर्द्धसैनिक बलों को पेंशन क्यों नहीं?
इससे पहले सीआरपीएफ के जवान जीत सिंह का वीडियो सामने आया. इसमें जवान ने प्रधानमंत्री से गुजारिश की है कि पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों को भी वे सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए जो सेना के जवानों को मिलती हैं. इनका दर्द है जब इनके भी जवान सरहद पर गोली खाते है देश के भीतर आंतकवादियों और माओवादियों से लड़ते हैं तो फिर सुविधाओं के मामले में उनके साथ भेदभाव क्यों किया जाता है.
बीएसएफ जवान तेजबहादुर ने वीडियो के जरिए खराब खाने से संबंधित समस्या को उठाया
जम्मू-कश्मीर में तैनात बीएसएफ के एक जवान का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वीडियो में बीएसएफ जवान दावा कर रहा है कि वह सीमा पर मुश्किल हालात में ड्यूटी कर रहा है. वीडियो में दिख रहा शख्स खुद को तेज बहादुर यादव, बीएसएफ की 29वीं बटालियन का सदस्य बताता है.
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