भोपाल:
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार कोयला आवंटन में गड़बड़ी के मामले पर अपनी सफाई दी है। इस मामले में शिवराज सिंह के ऊपर भी लगातार उंगलियां उठती रहीं हैं।
कांग्रेस पार्टी के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर एक कोल ब्लॉक रिलायंस ग्रुप को देने की वकालत की थी, जिसके बाद पहली बार शिवराज ने इस मामले पर रविवार को अपनी सफाई पेश की।
शिवराज सिंह ने कहा कि उन्होंने यह नहीं कहा था कि फला कंपनी को यह ठेका दे दिया जाए। उनका कहना है कि उनके पत्र में मात्र यह कहा गया था कि इस कंपनी से राज्य को सस्ते दरों में बिजली मिल रही है। इसी के साथ उन्होंने साफ कहा कि केंद्र सरकार को अपनी शर्तों पर कोयला आवंटन करने का अधिकार है।
कांग्रेस पार्टी के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर एक कोल ब्लॉक रिलायंस ग्रुप को देने की वकालत की थी, जिसके बाद पहली बार शिवराज ने इस मामले पर रविवार को अपनी सफाई पेश की।
शिवराज सिंह ने कहा कि उन्होंने यह नहीं कहा था कि फला कंपनी को यह ठेका दे दिया जाए। उनका कहना है कि उनके पत्र में मात्र यह कहा गया था कि इस कंपनी से राज्य को सस्ते दरों में बिजली मिल रही है। इसी के साथ उन्होंने साफ कहा कि केंद्र सरकार को अपनी शर्तों पर कोयला आवंटन करने का अधिकार है।
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