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This Article is From Apr 27, 2022

देश को वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत, राजनीतिक मोर्चों या राजनीतिक पुनर्गठन की नहीं : तेलंगाना CM चंद्रशेखर राव

डेढ़ घंटे तक चले अपने स्वागत भाषण में राव ने विभाजनकारी राजनीति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि एक ''नई राजनीतिक ताकत'' उभरनी चाहिए जिसमें टीआरएस राष्ट्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हो.

देश को वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत, राजनीतिक मोर्चों या राजनीतिक पुनर्गठन की नहीं : तेलंगाना CM चंद्रशेखर राव
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव.
हैदराबाद:

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बुधवार को कहा कि देश को राजनीतिक मोर्चों या राजनीतिक पुनर्गठन की नहीं बल्कि वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत है. साथ ही उन्होंने ''नई राजनीतिक ताकत'' के उदय का आह्वान किया, जिसमें उनकी पार्टी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके. तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के 21वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में राव ने कहा कि उन्होंने वाम दलों के नेताओं के, केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार को हटाने के विचार को ना कह दिया था क्योंकि इसके बजाय लोगों का कल्याण कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.

डेढ़ घंटे तक चले अपने स्वागत भाषण में राव ने विभाजनकारी राजनीति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि एक ''नई राजनीतिक ताकत'' उभरनी चाहिए जिसमें टीआरएस राष्ट्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हो.

राव ने कहा कि तेलंगाना अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल के रूप में उभरा है, हालांकि राज्य को इससे कहीं अधिक हासिल करने की जरूरत है.

कार्यक्रम में करीब 3000 लोगों ने शिरकत की.

राव ने कहा कि देश को वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत है, राजनीतिक मोर्चों या राजनीतिक पुनर्गठन की नहीं. राव ने एक राजनीतिक मोर्चे की घोषणा करने की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए गैर-भाजपा दलों का गठबंधन बनाने का प्रयास किया था.

मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता के बावजूद देश में जल युद्ध, बिजली क्षेत्र के संकट पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत है.

मुख्यमंत्री राव ने भाजपा पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि देश दिल्ली और कर्नाटक में हाल की घटनाओं के साथ सांप्रदायिक संघर्ष देख रहा है, जबकि धर्म से इतर, विकास और लोगों के कल्याण पर जोर दिया जाना चाहिए था. राव ने कहा कि तेलंगाना भी 14.50 लाख करोड़ रुपये की उच्च राज्य जीडीपी हासिल कर सकता था अगर केंद्र ने राज्य सरकार की ही तरह प्रदर्शन किया होता.

उन्होंने कहा, ''समय तय करेगा कि इस प्रक्रिया में क्या होगा.'' उन्होंने कहा कि यह तेलंगाना के लिए गर्व की बात है, अगर देश को बेहतर बनाने का प्रयास दक्षिणी राज्य से शुरू होता है. राव ने दावा किया कि वह सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकने के विचार के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को हटाने के वाम दलों के नेताओं के विचार को ठुकरा दिया था. उन्होंने कहा ‘मुझे लगता है कि किसी भी पार्टी को सत्ता से हटाने के बजाय लोगों का कल्याण अधिक महत्वपूर्ण है.'

उन्होंने कहा कि तेलंगाना ने भूमि रिकॉर्ड पोर्टल 'धरणी' में पारदर्शिता लाने जैसी कई योजनाओं के कार्यान्वयन के साथ अत्यधिक वृद्धि हासिल की है और दूसरों के लिए एक आदर्श के रूप में उभर रहा है.

राव ने कहा, '2014 में राज्य की जीडीपी लगभग 5 लाख करोड़ रुपये थी जो अब 11.50 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है. हम प्रगति कर रहे हैं.' उन्होंने बताया कि टीआरएस के पास एक हजार करोड़ रुपये की संपत्ति है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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