क्या मशहूर फिल्मकार करण जौहर (Karan Johar) क्या नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के निशाने पर हैं? सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स मामले में गिरफ्तार आरोपी क्षितिज प्रसाद (Kshitij Prasad) के मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान से यही जाहिर होता है. क्षितिज प्रसाद ने रिमांड के लिए सुनवाई के दौरान आरोप लगाया है कि NCB ने उनपर करण जौहर का नाम लेने के लिए दबाव बनाया. थर्ड डिग्री और ब्लैकमेल करने की कोशिश भी की गई. क्षितिज प्रसाद करण जौहर की कंपनी धर्मा प्रोडक्शन की सिस्टर कंसर्न कंपनी धर्मेटिक एंटरटेनमेंट के एग्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर रह चुके हैं.
बॉलीवुड ड्रग्स रैकेट मामले में गिरफ्तार आरोपी क्षितिज प्रसाद ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रिमांड की सुनवाई के दौरान एन सी बी पर आरोप लगाया कि जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने दूसरे अधिकारियों की उपस्थिति में कहा चूंकि वो धर्मा प्रोडक्शन से जुड़ा है इसलिए करण जौहर, सोमेल मिश्रा, राखी, अपूर्वा , नीरज या राही का नाम ले कि वो ड्रग्स लेते हैं. क्षितिज के मुताबिक जब उन्होंने ने झूठ बोलने से इनकार किया तो समीर वानखेड़े ने उन्हें धमकाया कि 'तुम सहयोग नही कर रहे हो इसलिए तुम्हें सबक सिखाएंगे'. ये कहकर समीर वानखेड़े ने अपनी कुर्सी के बगल में जमीन पर बैठाया और अपना जूता क्षितिज के चेहरे के पास रखकर कहा कि 'ये तुम्हारी औकात है.'
क्षितिज के वकील सतीश मानेशिंदे ने बयान जारी कर ये जानकारी दी है. वकील के मुताबिक़ क्षितिज ड्रग्स नही लेते लेकिन उनपर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर उनसे जबरदस्ती बयान लिया गया, जिसकी शिकायत सुनवाई के दौरान मजिस्ट्रेट से की गई है.
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क्षितिज प्रसाद ने अपने बयान में क्या-क्या कहा है?
27 सितंबर को मजिस्ट्रेट के सामने क्षितिज प्रसाद ने विस्तार से बताया है कि गुरुवार 24 सितंबर को एनसीबी अधिकारी सिंह का उसे फोन आया. उस समय वो दिल्ली में था. सिंह ने फोन पर बताया कि वे उनके घर की तलाशी लेना चाहते हैं. 25 सितंबर को क्षितिज मुंबई लौटा और उसने एनसीबी टीम की मौजूदगी में सुबह करीब 9 बजे अपना घर खोला और उसमें प्रवेश किया. टीम को बालकनी में एक बासी और सूखी सिगरेट बट के टुकड़े के अलावा घर में कुछ भी नहीं मिला. एनसीबी टीम ने जोर देकर कहा कि यह एक गांजा जॉइंट है. उसके मना करने के बावजूद जब वो नहीं माने तो पत्नी के आग्रह पर 'माना जाता है कि गांजा जॉइंट' लिखकर पंचनामा किया और क्षितिज को लेकर NCB ऑफिस आ गए.
क्षितिज के मुताबिक उसके दो दोस्तों, ईशा और अनुभव के साथ ले जाया गया. क्षितिज को एनसीबी कार्यालय में 11.30 बजे से 6.30 बजे तक बिना किसी सूचना के बैठाया गया, जबकि उसके दोस्तों से पूछताछ होती रही. बाद में उसे दोस्तों ने बताया कि NCB ने उन्हें कहा है कि यदि उन्होंने उसके खिलाफ बयान दिया, तो उन्हें छोड़ दिया जाएगा और बाद में उन्हें छोड़ भी दिया गया.
शाम लगभग पौने 7 बजे क्षितिज से पूछताछ शुरू हुई. वहां संकेत नाम का एक व्यक्ति जो एनसीबी अधिकारियों के साथ बहुत ही घुला मिला और सहज दिखाई दे रहा था, उसे अधिकारी समीर वानखेड़े के साथ एक कमरे में लाया गया. संकेत से पूछा गया कि क्या वह क्षितिज को जानता है? संकेत के मना करने पर क्षितिज को तुरंत समीर वानखेड़े ने कमरे से बाहर जाने के लिए कहा और फिर 5 मिनट बाद वापस बुलाया गया तो संकेत ने अचानक से दावा किया कि वो क्षितिज को जानता है और उसे अपने वॉट्सऐप फ़ोटो से पहचान सकता है. संकेत का आरोप है कि उसने बार-बार वकील से बात करने की इजाजत मांगी पर उसे नही मिली.
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रात के लगभग 11 बजे वानखेड़े द्वारा क्षितिज को सूचित किया गया कि उसे रात को एनसीबी कार्यालय में रहना होगा. ये पूछने पर कि क्या उसे गिरफ्तार किया जा रहा है? अधिकारी ने कहा कि नहीं, अभी उसका बयान पूरा नही हुआ है और कुछ सुरक्षा कारणों से उसे दफ़्तर में ही रखा जा रहा है.
'अपमान और थर्ड डिग्री से टूटकर बयान पर किया हस्ताक्षर'
रात में सोने की व्यवस्था दी गईं. अगली सुबह जब फिर से पूछताछ शुरू हुई तो कई अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में समीर वानखेड़े ने कहा कि चूंकि तुम धर्मा प्रोडक्शंस- से जुड़े थे, इसलिए अगर ये बयान देते हो कि करण जौहर, सोमल मिश्रा, राखी , अपूर्व, नीरज या राहिल ड्रग्स का सेवन करते हैं तो उसे छोड़ दिया जाएगा. आरोप है कि क्षितिज के मना करने पर समीर वानखेड़े ने उसे धमकाया कि 'तुम सहयोग नही कर रहे हो इसलिए तुम्हे सबक सिखाएंगे.' ये कहकर समीर वानखेड़े ने अपनी कुर्सी के बगल में जमीन पर बैठाया और अपना जूता क्षितिज के चेहरे के पास रखकर कहा कि ये तुम्हारी औकात है. क्षितिज के मुताबिक 50 घंटे की पूछताछ और थर्ड डिग्री से वो टूट चुका था . उसे बताया कि अगर लिखित बयान पर सही कर देगा तो उसे एक फोन करने दिया जाएगा, वो चाहे तो बाद में अपने बयान से मुकर भी सकता है. लगभग 50 घंटे की पूछताछ, अपमान और पीड़ा से त्रस्त क्षितिज ने अपने वकील या परिवार से बात करने के बदले में धमकी भरे बयान पर हस्ताक्षर कर दिए.
क्षितिज के वकील सतीश मानेशिंदे ने जारी बयान में बताया है कि मजिस्ट्रेट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद क्षितिज को एनसीबी की हिरासत में 3 अक्टूबर 2020 तक भेज दिया. वकील ने ये भी दावा किया है कि रिमांड एप्लिकेशन और क्षितिज प्रसाद के बयान से आसानी से समझा जा सकता है कि NCB धर्मा प्रोडक्शंस के कुछ शीर्ष अधिकारियों को गलत तरीके से फंसाने पर आमादा है.
इन आरोपों पर NCB ने अभी तक कोई सफाई नही दी है. मुंबई NCB के जोनल डॉयरेक्टर समीर वानखेड़े से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया. सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स मामले में क्षितिज प्रसाद सहित अब तक 20 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. रिया चक्रवर्ती और शॉविक चक्रवर्ती पहले से जेल हिरासत में हैं.
Video: मुकाबला: ड्रग्स मामले में सितारों पर कसता शिकंजा
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