रायपुर:
छत्तीसगढ़ में रविवार तड़के तीन बजे बस्तर के मरेंगा दूरदर्शन केंद्र पर नक्सलियों ने हमला बोल दिया, जिसमें सीएएफ के तीन जवान शहीद हो गए। दूसरी घटना दोरनापाल की है जहां नक्सली मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया।
प्रदेश में चल रही विकास यात्रा के तहत बस्तर संभाग में लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सहित कुछ जनप्रतिनिधियों के घुसने पर भी नक्सलियों ने प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पुलिस के आला अफसरों सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही नक्सली हमले की कठोर निंदा करते हुए शहीद जवानों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
रायपुर पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार तड़के करीब तीन बजे बस्तर के मरेंगा दूरदर्शन केंद्र पर नक्सलियों ने अचानक हमला बोल दिया। बड़ी संख्या में हथियारों के साथ नक्सलियों ने दूरदर्शन केंद्र पर जमकर गोलिया दागीं। इस दौरान दूरदर्शन केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था देख रहे सीएएफ के जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी शुरू की, इसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी होने लगी।
अचानक हुए इस हमले में सीएएफ के तीन जवान शहीद हो गए और एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल जवान को रायपुर लाया गया है।
सूत्रों का मानना है कि दूरदर्शन पर हुए इस हमले के तार नक्सलियों द्वारा भेजे गए ई-मेल से जुड़े हैं। पुलिस को हालांकि अभी तक इस हमले से जुड़ा कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और हमले में शहीद हुए जवानों एवं उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा नक्सली हमले की निंदा की।
हमले के बाद मरेंगा दूरदर्शन केंद्र पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और वहां अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। हमले के बाद से सभी सुरक्षा बलों को सचेत रहने को कहा गया है और अन्य संदेही इलाकों में तलाशी अभियान शुरू कर दी गई है।
उधर, दोरनापाल में भी रविवार सुबह स्थानीय पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ तमेलवाड़ा इलाके में हुई जिसमें पुलिस का एक जवान शहीद हो गया। सूत्रों ने बताया कि नक्सली पुलिस से बचकर भागने में सफल हो गए।
घटना के बाद पुलिस बल तलाशी अभियान में जुट गया है। पिछले दो दिनों में सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग जगहों से बम और डेटोनेटर बरामद किए। नक्सली हमलों के बाद से प्रदेशभर के सुरक्षा बलों को हाईअलर्ट कर दिया गया है।
प्रदेश में चल रही विकास यात्रा के तहत बस्तर संभाग में लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सहित कुछ जनप्रतिनिधियों के घुसने पर भी नक्सलियों ने प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पुलिस के आला अफसरों सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही नक्सली हमले की कठोर निंदा करते हुए शहीद जवानों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
रायपुर पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार तड़के करीब तीन बजे बस्तर के मरेंगा दूरदर्शन केंद्र पर नक्सलियों ने अचानक हमला बोल दिया। बड़ी संख्या में हथियारों के साथ नक्सलियों ने दूरदर्शन केंद्र पर जमकर गोलिया दागीं। इस दौरान दूरदर्शन केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था देख रहे सीएएफ के जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी शुरू की, इसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी होने लगी।
अचानक हुए इस हमले में सीएएफ के तीन जवान शहीद हो गए और एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल जवान को रायपुर लाया गया है।
सूत्रों का मानना है कि दूरदर्शन पर हुए इस हमले के तार नक्सलियों द्वारा भेजे गए ई-मेल से जुड़े हैं। पुलिस को हालांकि अभी तक इस हमले से जुड़ा कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और हमले में शहीद हुए जवानों एवं उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा नक्सली हमले की निंदा की।
हमले के बाद मरेंगा दूरदर्शन केंद्र पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और वहां अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। हमले के बाद से सभी सुरक्षा बलों को सचेत रहने को कहा गया है और अन्य संदेही इलाकों में तलाशी अभियान शुरू कर दी गई है।
उधर, दोरनापाल में भी रविवार सुबह स्थानीय पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ तमेलवाड़ा इलाके में हुई जिसमें पुलिस का एक जवान शहीद हो गया। सूत्रों ने बताया कि नक्सली पुलिस से बचकर भागने में सफल हो गए।
घटना के बाद पुलिस बल तलाशी अभियान में जुट गया है। पिछले दो दिनों में सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग जगहों से बम और डेटोनेटर बरामद किए। नक्सली हमलों के बाद से प्रदेशभर के सुरक्षा बलों को हाईअलर्ट कर दिया गया है।
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