
नवजोत सिंह सिद्धू (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
क्रिकेटर से राजनीति में आए पूर्व बीजेपी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू के आम आदमी पार्टी में जुड़ने को लेकर बातचीत खटाई में पड़ती दिख रही है. आप से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, सिद्धू ने पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें पार्टी का सीएम कैंडिडेट बनाने की मांग की थी, जिसके बाद पार्टी नेताओं और उनके बीच कोई बातचीत नहीं हो पाई है.
सूत्रों ने साथ ही बताया कि 52 वर्षीय सिद्धू ने अपनी पत्नी नवजोत कौर के लिए पार्टी से टिकट मांगा है. कौर फिलहाल पंजाब में बीजेपी की विधायक हैं, लेकिन उनके भी जल्द ही आप में जुड़ने की संभावना है.
सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी सिद्धू की पत्नी को टिकट देने को तैयार है. लेकिन एक ही परिवार के दो लोग पार्टी के संविधान के हिसाब से चुनाव नहीं लड़ सकते, इसलिए पति-पत्नी दोनों को एक साथ पार्टी टिकट नहीं दे सकती.
सूत्रों का कहना है कि सिद्धू रोड रेज के एक मामले में गैर-इरादतन हत्या के दोषी हैं और पार्टी के संविधान के हिसाब से दोषी साबित हुआ व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता. इसलिए जब पार्टी टिकट ही नहीं दे सकती तो सीएम उम्मीदवार कैसे बना सकती है. ऐसी स्थिति में सिद्धू का टिकट कटता दिख रहा है और इसे लेकर ही दोनों के बीच की बातचीत अटक गई है.
पिछले दिनों सिद्धू ने बीजेपी से इस्तीफा दिया था, तभी से ऐसी अटकलें थी वह आम आदमी पार्टी में जुड़ेंगे और पार्टी उन्हें पंजाब चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. हालांकि दोनों के बीच बातचीत में आई रुकावट के बीच सिद्धू से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि वह दूसरे राजनीतिक विकल्पों की ओर भी देख रहे हैं, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है. बता दें कि सिद्धू ने जब बीजेपी का दामन छोड़ा था, तब कांग्रेस के पंजाब प्रभारी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनकी तारीफ करते हुए इशारों-इशारों में उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया था.
सूत्रों ने साथ ही बताया कि 52 वर्षीय सिद्धू ने अपनी पत्नी नवजोत कौर के लिए पार्टी से टिकट मांगा है. कौर फिलहाल पंजाब में बीजेपी की विधायक हैं, लेकिन उनके भी जल्द ही आप में जुड़ने की संभावना है.
सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी सिद्धू की पत्नी को टिकट देने को तैयार है. लेकिन एक ही परिवार के दो लोग पार्टी के संविधान के हिसाब से चुनाव नहीं लड़ सकते, इसलिए पति-पत्नी दोनों को एक साथ पार्टी टिकट नहीं दे सकती.
सूत्रों का कहना है कि सिद्धू रोड रेज के एक मामले में गैर-इरादतन हत्या के दोषी हैं और पार्टी के संविधान के हिसाब से दोषी साबित हुआ व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता. इसलिए जब पार्टी टिकट ही नहीं दे सकती तो सीएम उम्मीदवार कैसे बना सकती है. ऐसी स्थिति में सिद्धू का टिकट कटता दिख रहा है और इसे लेकर ही दोनों के बीच की बातचीत अटक गई है.
पिछले दिनों सिद्धू ने बीजेपी से इस्तीफा दिया था, तभी से ऐसी अटकलें थी वह आम आदमी पार्टी में जुड़ेंगे और पार्टी उन्हें पंजाब चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. हालांकि दोनों के बीच बातचीत में आई रुकावट के बीच सिद्धू से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि वह दूसरे राजनीतिक विकल्पों की ओर भी देख रहे हैं, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है. बता दें कि सिद्धू ने जब बीजेपी का दामन छोड़ा था, तब कांग्रेस के पंजाब प्रभारी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनकी तारीफ करते हुए इशारों-इशारों में उन्हें पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया था.
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