नई दिल्ली:
शतरंज की पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन अनुराधा बेनिवाल ने देश के समृद्ध राज्य हरियाणा में जारी जाट आरक्षण की हिंसा पर अपनी भावनात्मक बात रखी है। भारी गले और मन से अनुराधा ने इस हिंसा और आरक्षण की मांग पर सवाल दागे हैं। उन्होंने कहा है कि इस हिंसा से कुछ हासिल नहीं होगा।
इस वीडियो को फेसबुक पेज पर डाले हुए अभी 9 घंटे ही बीते हैं लेकिन करीब 586000 से ज्यादा लोग इसे देख चुके हैं और यह फेसबुक पर काफी वायरल हो रहा है। करीब 14000 हजार लोगों ने इस वीडियो को पसंद किया है और 30000 हजार से ज्यादा लोग इसे शेयर कर चुके हैं। 705 लोग इस वीडियो पर कमेंट कर चुके हैं। द क्विंट पेज पर यह वीडियो डाला गया है।
इस वीडियो में अनुराधा ने हिंसा करने वालों के कह रही हैं कि अपना घर जलाने में कोई फायदा नहीं है। स्कूल जलाने से कोई लाभ नहीं होगा और लोग शिक्षा से वंचित रह जाएंगे।
अनुराधा बता रही हैं कि उन्हें राष्ट्रीय चैंपियन बनने में मदद करने वालों ने कभी उसकी जाति नहीं देखी। उन्होंने यह देखकर खेल नहीं सिखाया कि जाट की लड़की है। उन्होंने अपनी बेटी समझा और खेल सिखाया। इस प्रकार की हिंसा से समाज बंटता है। देश का नुकसान होता है और हरियाणा का नुकसान होता है।
अनुराधा कह रही हैं कि आरक्षण से ज्यादा कुछ मिलने वाला नहीं है। वह कह रही हैं कि राज्य के नौजवान पहले से तमाम नौकरियों में हैं। सरकारी नौकरी से सबका गुजारा नहीं होगा। कई मैडल जीत रहे हैं, फौज में हैं और कई जगह नाम कमा रहे हैं। राज्य के विकास के लिए यहां पर माहौल होना चाहिए। अगर इस प्रकार से हिंसा होगी तो राज्य की छवि खराब होगी। निवेश नहीं आएगा और रोजगार नहीं पैदा होंगे।
इस वीडियो को आप भी देखें...
इस वीडियो को फेसबुक पेज पर डाले हुए अभी 9 घंटे ही बीते हैं लेकिन करीब 586000 से ज्यादा लोग इसे देख चुके हैं और यह फेसबुक पर काफी वायरल हो रहा है। करीब 14000 हजार लोगों ने इस वीडियो को पसंद किया है और 30000 हजार से ज्यादा लोग इसे शेयर कर चुके हैं। 705 लोग इस वीडियो पर कमेंट कर चुके हैं। द क्विंट पेज पर यह वीडियो डाला गया है।
इस वीडियो में अनुराधा ने हिंसा करने वालों के कह रही हैं कि अपना घर जलाने में कोई फायदा नहीं है। स्कूल जलाने से कोई लाभ नहीं होगा और लोग शिक्षा से वंचित रह जाएंगे।
अनुराधा बता रही हैं कि उन्हें राष्ट्रीय चैंपियन बनने में मदद करने वालों ने कभी उसकी जाति नहीं देखी। उन्होंने यह देखकर खेल नहीं सिखाया कि जाट की लड़की है। उन्होंने अपनी बेटी समझा और खेल सिखाया। इस प्रकार की हिंसा से समाज बंटता है। देश का नुकसान होता है और हरियाणा का नुकसान होता है।
अनुराधा कह रही हैं कि आरक्षण से ज्यादा कुछ मिलने वाला नहीं है। वह कह रही हैं कि राज्य के नौजवान पहले से तमाम नौकरियों में हैं। सरकारी नौकरी से सबका गुजारा नहीं होगा। कई मैडल जीत रहे हैं, फौज में हैं और कई जगह नाम कमा रहे हैं। राज्य के विकास के लिए यहां पर माहौल होना चाहिए। अगर इस प्रकार से हिंसा होगी तो राज्य की छवि खराब होगी। निवेश नहीं आएगा और रोजगार नहीं पैदा होंगे।
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Doesn't the land you're burning belong to you?This Jat girl has a few questions for those protesting for Jat reservations.
Posted by The Quint on Monday, February 22, 2016
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