युवा उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए आज 'स्टार्ट अप' मूवमेंट की शुरुआत करेंगे पीएम मोदी

युवा उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए आज 'स्टार्ट अप' मूवमेंट की शुरुआत करेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से 'स्टार्ट अप मूवमेंट' की शुरुआत करने जा रहे हैं। इसके तहत ज़मीनी स्तर पर उद्यमों और युवा उद्यमियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।

इस कार्यक्रम में देश-विदेश से आए हुए सीईओ और कंपनियों के फाउंडर भी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का लाईव प्रसारण IITs, IIMs, NITs, IIITs और केंद्रीय विश्व विधालयों में किया जाएगा। इसके अलावे देश के 350 से ज़्यादा ज़िलों के युवा समूहों को भी यह कार्यक्रम लाईव दिखाया जाएगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई। इसके अनुसार, 'शुरुआती कार्यक्रम का उद्देश्य देश के युवाओं की उद्यमी भावना का उत्सव मनाना है और इस कार्यक्रम में देश-विदेश के प्रमुख स्टार्टअप के संस्थापक व सीईओ भाग लेंगे।' इसके अनुसार प्रधानमंत्री स्टार्ट अप कार्ययोजना जारी करेंगे और एक आभासी प्रदर्शनी का दौरा करेंगे। वह इस अवसर पर स्टार्ट अप उद्यमियों के साथ चर्चा भी करेंगे।

इस कार्यक्रम का उददेश्य बैंकों को स्टार्ट अप उपक्रमों के वित्तपोषण को प्रोत्साहित करने तथा उद्यमशीलता व रोजगार सृजन प्रोत्साहन की पेशकश करना भी है। इस अवसर पर 'सवाल जवाब' का एक सत्र भी आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख विभागों व मंत्रालयों के सचिव सवालों का जवाब देंगे।

इस आयोजन के दौरान साफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सोन व वीवर्क के संस्थापक एडम न्यूमैन आदि प्रमुख उद्योगपतियों के साथ संवाद के कार्यक्रम भी होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस संबोधन में इस अभियान की घोषणा की थी।

देर से जागा है भारत, विलंब के लिए मैं भी जिम्मेदार : राष्ट्रपति
'स्टार्ट अप' अभियान की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार रात कहा कि भारत इस पर देर से 'जागा' है और विलंब के लिए उन्होंने खुद को भी जिम्मेदार बताया और कहा कि वह पहले खुद ही प्रशासन में रहे हैं।

सिलिकन वैली के कुछ सीईओ के प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए मुखर्जी ने कहा कि भारत को अगले दस से 15 साल में दस फीसदी की दर से विकास करने की जरूरत है ताकि गरीबी और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे मुद्दे का समाधान किया जा सके।

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छोटे उद्यमियों के लिए माहौल तैयार करने में हो रहे विलंब पर मुखर्जी ने कहा, 'मैं किसी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता। मुझे जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी क्योंकि मैं काफी समय तक प्रशासन में रहा।' वह पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे थे। इस पहल के लिए उन्होंने पीएम मोदी की प्रशंसा की।