दिल्ली में गिरफ्तार आतंकी पनमई
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एनएससीएन खापलँग ग्रुप के आतंकी को गिरफ्तार करने का दावा किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की गिरफ्त में मौजूद एनएससीएन ग्रुप के पनमई नाम का यह शख्स नामी मिलिटेंट बताया गया है। सेल को मणिपुर पुलिस ने जानकारी दी थी की वह दिल्ली के किसी इलाके में छिपा है। इसके बाद स्पेशल सेल ने उसे हैबिटैट सेंटर के पास से धरदबोचा।
इस ग्रुप ने मणिपुर सरकार के खिलाफ एक स्वयंभू सरकार बना रखी है। इसका नाम गवर्नमेंट आफ पीपल्स रिपब्लिक आफ नगालैंड है। यह कथित सरकार लोगों से जबरन पैसा और टैक्स वसूलाती थी। आतंकी पनमई का इस फर्जी सरकार में हैल्थ मिनिस्टर का पद है।
स्पेशल सेल को अब तक कई मामलों में पनमई की भूमिका का पता चला है। पनमई ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि 3 मई 2015 को असम राइफल्स के आठ जवानों समेत कुछ लोगों को मारने में एनएससीएन का रोल था। 13 मई 2015 को एनएससीएन ग्रुप ने असम राइफल्स पर फायरिंग की थी। इस ग्रुप ने 13 मई 2015 को असम राइफल्स की टीम, जो चांगलांग से रंगरन अरुणाचल में पेट्रोलिंग कर रही थी, पर हमला किया था।
पनमई ने यह भी खुलासा किया है कि 4 जून 2015 को इंडियन आर्मी पर इस ग्रुप ने हमला किया था, जिसमें 18 जवानों की जान गई थी। फिलहाल पुलिस जाच कर रही है कि इस हमले में उसका क्या रोल था। 9 जून 2015 को एनएससीएन ग्रुप के 2 आतंकियों की आईडी प्लांट करते हुए मौत हो गई थी। वे सुरक्षा बल को टारगेट करने के लिए आईडी प्लांट कर रहे थे। यह ग्रुप असम समेत अलग-अलग स्थानों से उगाही करता था।
पकड़े गए आरोपी को पुलिस पटियाला कोर्ट में पेश कर रही है। यहां से मणिपुर पुलिस उसकी ट्रांजिट रिमांड लेकर मणिपुर ले जाएगी। वहां विभिन्न मामलों में उसकी भागीदारी का पता लगाया जाएगा।
इस ग्रुप ने मणिपुर सरकार के खिलाफ एक स्वयंभू सरकार बना रखी है। इसका नाम गवर्नमेंट आफ पीपल्स रिपब्लिक आफ नगालैंड है। यह कथित सरकार लोगों से जबरन पैसा और टैक्स वसूलाती थी। आतंकी पनमई का इस फर्जी सरकार में हैल्थ मिनिस्टर का पद है।
स्पेशल सेल को अब तक कई मामलों में पनमई की भूमिका का पता चला है। पनमई ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि 3 मई 2015 को असम राइफल्स के आठ जवानों समेत कुछ लोगों को मारने में एनएससीएन का रोल था। 13 मई 2015 को एनएससीएन ग्रुप ने असम राइफल्स पर फायरिंग की थी। इस ग्रुप ने 13 मई 2015 को असम राइफल्स की टीम, जो चांगलांग से रंगरन अरुणाचल में पेट्रोलिंग कर रही थी, पर हमला किया था।
पनमई ने यह भी खुलासा किया है कि 4 जून 2015 को इंडियन आर्मी पर इस ग्रुप ने हमला किया था, जिसमें 18 जवानों की जान गई थी। फिलहाल पुलिस जाच कर रही है कि इस हमले में उसका क्या रोल था। 9 जून 2015 को एनएससीएन ग्रुप के 2 आतंकियों की आईडी प्लांट करते हुए मौत हो गई थी। वे सुरक्षा बल को टारगेट करने के लिए आईडी प्लांट कर रहे थे। यह ग्रुप असम समेत अलग-अलग स्थानों से उगाही करता था।
पकड़े गए आरोपी को पुलिस पटियाला कोर्ट में पेश कर रही है। यहां से मणिपुर पुलिस उसकी ट्रांजिट रिमांड लेकर मणिपुर ले जाएगी। वहां विभिन्न मामलों में उसकी भागीदारी का पता लगाया जाएगा।
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