Coronavirus: जमीअत उलमा-ए-हिन्द अध्यक्ष (मौलाना) अरशद मदनी ने शब ए बारात को लेकर अहम अपील की है. इस अपील में कहा गया कि शबे बरात के मौक़े पर घरों से बाहर न निकलें और ना ही क़ब्रिस्तान जाएं क्योंकि कोरोना वायरस इन दिनों भारत और दुनिया में बेहद खतरनाक रूप लेता जा रहा है. इससे जान व माल के नुकसान पर काबू पाना बहुत ज़रूरी है. सुरक्षा की खातिर देश में लॉकडाउन जारी है. इसका पालन करते हुए मस्जिदों में भी जमाअत और जुमा को स्थगित कर दिया गया है और घरों में नमाज़ अदा की जा रही है.
उन्होंने कहा है कि इस वायरस को देखते हुए देश व मिल्लत के सभी नागरिकों से अपील है कि इस बीमारी को जड़ से समाप्त करने में लगे हुए स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के कर्मचारियों के साथ भरपूर सहयोग दें, ताकि वे और मज़बूती के साथ काम कर सकें.
उन्होंने आगे कहा कि हर साल मुसलमान शबे बरात के मौक़े पर मस्जिदों में रात गुज़ारते हुए खुसूसी इबादत का एहतिमाम करते हैं और क़ब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने जाते हैं लेकिन इस वायरस से सुरक्षा का प्रभावी माध्यम यह है कि सामाजिक दूरी को बनाए रखा जाए. इसलिए इस अवसर पर सभी मुसलमानों से अपील है कि शबे बरात में इबादत अपने घरों में ही रहकर करें, बल्कि घर में ही रहकर अपने मरहूमीन के लिए दुआ करें और यह भी दुआ करें कि अल्लाह इस महामारी से सभी लोगों की रक्षा करे और देश में शांति स्थापित करे. हम सब मिलकर इस बीमारी को समाप्त करने में अहम किरदार अदा करें.
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