कुछ दिन पहले अचानक सोशल मीडिया में मुर्तजा अली नाम के एक व्यक्ति की चर्चा जोरशोर से होने लगती है. यह खबर आग की तरह फैल जाती है कि मुर्तजा अली नाम से एक ब्लाइंड व्यक्ति पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों को 110 करोड़ रुपए डोनेशन के रूप में देना चाहता है. बड़े बड़े अंग्रेज़ी और हिंदी अखबार और वेबसाइट इस खबर को छापते हैं. कुछ टीवी चैनलों में भी मुर्तजा अली इंटरव्यू देते हैं. फिर यह सवाल भी उठाया जाता है कि मुर्तजा अली के पास इतने पैसे कहां से आए. कई लोगों ने भी सवाल उठाया कि वो हवा-हवाई बात कर रहे हैं, पब्लिसिटी के लिए कर रहे हैं. उनके पास इतना पैसा नहीं है. वो क्या ऐसा काम करते हैं कि 110 करोड़ डोनेशन दे रहे हैं? सवाल उठना जायज़ है और उठना भी चाहिए.
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अपनी कमाई को लेकर क्या कहते हैं मुर्तजा अली
जब मुर्तजा अली से एनडीटीवी ने उनके कमाई के बारे में पूछा तो मुर्तजा अली का कहना था यह उनका अपना पैसा है जो इंवेस्टमेंट से प्राप्त हुआ है. जब यह पूछा गह की इंवेस्टमेंट क्या क्या है? मुर्तजा अली का कहना था यह जरूरी नहीं कि वो अपना सब कुछ पब्लिक में डिस्क्लोज़ कर दें. मुर्तजा अली ने कहा, यह टैक्सेबल इनकम है. जब टैक्स दे चुके हैं तो टैक्स डिपार्टमेंट के पास इस पैसे का ब्योरा है. मुर्तजा ने कहा, 'सबसे पहले 25 फरवरी को PMO और रिलीफ फण्ड को एक मेल लिखते हैं जिस में पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों के लिए 110 करोड़ रुपया आर्मी रिलीफ फण्ड को देने की पेशकश करते हैं. उन्हें बताया जाता है कि आर्मी रिलीफ फण्ड नाम का कोई फण्ड नहीं है इसलिए उन्हें यह पैसा प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड को भेजना होगा.
प्रधानमंत्री कार्यलय को लिखा है मेल
27 फरवरी 2019 को एक और मेल लिखते हैं जिसमें वो प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की मांग करते हैं. मुर्तजा अली लिखते हैं, “आप से हुई टेलीफोनिक बातचीत के बाद हमने यह निर्णय लिया कि प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड के लिए 110 करोड़ देना चाहते हैं जो अलग-अलग वेलफेयर स्कीम के लिए इस्तेमाल हो.” 27 तारीख को मुर्तजा अली की तरफ से भेजे गए मेल में पुलवामा के शहीद हुए जवानों के लिए कुछ नहीं लिखा हुआ है. इसमें यह नहीं लिखा हुआ है कि पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों को यह पैसा दिया जाए या नहीं? हमने जब इनके बारे में मुर्तजा अली से पूछा तो उनका कहना था कि वो आर्मी फण्ड को यह पैसा देना चाहते थे लेकिन उन्हें यह बताया गया आर्मी रिलीफ फण्ड के नाम से कुछ नहीं है इसलिए वो इन पैसों को प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड को भेज सकते हैं.
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प्रधानमंत्री से मुलाकात करना चाहते हैं मुर्तजा अली
27 तारीख के मेल में मुर्तज़ा अली ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की मांग की है और पैसे कैसे जमा किए जाएं उस प्रोसीजर के बारे में पूछा है. इस मेल को मुर्तजा ने कुछ टीवी चैनलों को भी फॉरवर्ड किया है. 28 फरवरी को मुर्तजा अली एक और मेल लिखते हैं और उसमें अपने बारे में बताते हैं. इस मेल में मुर्तजा अली लिखते हैं कि वो ब्लाइंड है, कॉमर्स से स्नातक हैं. अपने इन्वेंशन के बारे में भी लिखते हैं. मुर्तजा अली ने इस मेल में यह भी लिखा है कि यह जो पैसा वो डोनेट करना चाहता हैं वो उनके इंवेस्टिमेंट का हिस्सा है जो फंडर्स ने दिए हैं, यह भी लिखते हैं कि यह टैक्सेबल इनकम है.
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क्या प्रधानमंत्री कार्यालय से कोई जवाब मिला है
8 मार्च को मुर्तजा अली प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड और PMO को एक रिमाइंडर मेल भेजते हैं जिसमें वो लिखते हैं कि वो प्रधानमंत्री कार्यालय के जवाब का इंतज़ार कर रहे हैं. मुर्तजा अली यह भी लिखते हैं कि उनकी हर दिन PMO में दो तीन बार फ़ोन पर बात होती है लेकिन PMO की चुप्पी की वजह से लोगों के मन में कई सवाल खड़े हो रहे हैं और लिखते हैं कि “मैं ब्लाइंड हूं, खुद के लिए या प्रधानमंत्री के लिए एडवर्स पब्लिसिटी नहीं चाहता हूं.' 9 मार्च को PMO से एक जवाब आता है जिसमें लिखा रहता है कि आपका रिक्वेस्ट हमको मिला है और नोट किया गया है.
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क्या 110 करोड़ जमा कर पाएंगे मुर्तजा अली
9 मार्च को मुर्तजा अली एक और मेल करते हैं जिसमें वो लिखते हैं कि उन्हें 110 करोड़ देने का मौका दिया जाए. उनके डोनेशन को लेकर खड़े किए जा रहे विवाद के बारे में भी लिखते हैं. यह भी लिखते हैं कि वो सभी इनफार्मेशन प्रधानमंत्री कार्यालय को दे चुके हैं और जब तक वो चेक प्रधानमंत्री को नहीं दे देते तब तक वो इन इनफार्मेशन को मीडिया और सोशल मीडिया में शेयर करना सेफ नहीं समझते हैं. इस मेल में मुर्तजा अली ने यह भी लिखा है कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री से मिलने का मौका नहीं मिलता है वो खुद दिल्ली आकर प्रधानमंत्री कार्यालय में चेक दे जाएंगे. मुर्तजा अली के पास है या नहीं?
110 करोड़ वो जमा कर पाएंगे या नहीं यह तो आगे वक्त ही बताएगा. अगर मुर्तजा अली 110 करोड़ जमा करते हैं तो यह पैसा कहां से आया यह प्रधानमंत्री कार्यालय जांच कर ही लेगी. कई लोग यह भी सवाल उठाते हैं कि पब्लिसिटी के लिए मुर्तजा अली ऐसा कर रहे हैं. इस पर मुर्तजा अली कहते हैं पहले भी उनके बिज़नेस को लेकर न्यूज़पेपर में रिपोर्ट छपी हैं. मुर्तजा अली का कहना 'द हिन्दू बिज़नेस लाइन' और 'मिड डे6 उनके ऊपर पहले ही आर्टिकल छाप चुके हैं.
Video: शहीद के परिवारों को दिए 110 करोड़ रुपये
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