मुरली मनोहर जोशी ने व्हिप जारी करने के पार्टियों के तरीके पर सवाल खड़ा किया

मुरली मनोहर जोशी ने व्हिप जारी करने के पार्टियों के तरीके पर सवाल खड़ा किया

मुरली मनोहर जोशी का फाइल फोटो

खास बातें

  • कहा- ये कई सांसदों को अपने क्षेत्रों के सवालों को उठाने से रोकते हैं
  • व्हिप के कब और कहां लागू किए जाने की जरूरत पर बल दिया
  • एक पुस्‍तक के विमोचन के दौरान यह बात कही
नई दिल्‍ली:

भाजपा के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य एवं वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने राजनीतिक पार्टियों के व्हिप जारी करने पर सोमवार को सवाल किया, जो सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्रों के सवालों को उठाने से रोकते हैं.

जोशी ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वह अक्‍सर ऐसे परिदृश्य के बारे में सोचते हैं जिसमें कोई सांसद अपने क्षेत्र से संबंधित सवाल करना चाहता या चाहती है और पार्टी की ओर से जारी व्हिप में उसे ऐसा नहीं करने के लिए कहा जाता है.

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ''अब अगर मैं व्हिप की सुनता हूं तो मेरा क्षेत्र नाराज होता है. और अगर मैं क्षेत्र की सुनता हूं तो पार्टी नाराज होती है. इस बुनियादी सवाल पर विचार करने की जरूरत है कि कहां और कब व्हिप लागू किया जाना चाहिए.''

जोशी ने यह बात लोकसभा के अतिरिक्त सचिव देवेन्दर सिंह की किताब 'द इंडियन पार्लियामेंट - बियोंड द सील ऐंड सिग्नेचर ऑफ डेमोक्रेसी' के विमोचन के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही. इस मौके पर लोकलेखा समिति के अध्यक्ष केवी थामस और बीजद नेता भतृहरि महताब भी मौजूद थे.

उन्होंने कहा, ''शायद आप कहेंगे कि अगर आपकी पार्टी की सरकार का अस्तित्व खतरे में है तो व्हिप की इजाजत दी जानी चाहिए. लेकिन अगर यह क्षेत्र का मुद्दा है जो आपकी पार्टी की नीति से कुछ भिन्न है तो यह एक ऐसा सवाल है जिस पर मैं अक्‍सर विचार करता हूं.'' अपने संबोधन में थामस ने भी व्हिप जारी करने पर सवाल खड़ा किया और कहा कि यह संसदीय समितियों में चर्चा के लिए नहीं होना चाहिए.

 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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