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This Article is From Apr 03, 2016

एनआईए अफसर तंजील अहमद की हत्या, आतंकी वारदात के एंगल से भी जांच

एनआईए अफसर तंजील अहमद की हत्या, आतंकी वारदात के एंगल से भी जांच
तंजील अहमद (फाइल फोटो )
नई दिल्ली: एनआईए के इंस्पेक्टर तंज़ील अहमद के परिवार पर दुख का पहाड़ टूट गया है। शनिवार देर रात यूपी में बिजनौर के सहसपुर इलाके में गोलियों से छलनी कर उनकी हत्या कर दी गई। आतंकियों द्वारा इस वारदात को अंजाम देने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है।

तंजील अपनी भांजी की शादी से लौट रहे थे कि तभी दो अनजान लड़कों ने उनकी वैगन आर कार रुकवाई। इसके बाद उन्होंने तंज़ील अहमद पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं जिससे उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

बच्चों से कहा था, सीट के नीचे छुप जाओ
इस हमले में तंजील अहमद की पत्नी फरजाना घायल हो गईं। कार में पीछे बैठी सोलह साल की बेटी और बारह साल का बेटा बाल-बाल बच गए। करीब एक किलोमीटर पीछे ही दूसरी कार में आ रहे तंज़ील के भाई और भाभी के मुताबिक हमलावर पल्सर बाइक से आए थे और उन्होंने हेलमेट पहन रखे थे। हमले के बाद जब वे मौका ए वारदात पर पहुंचे तो देखा कि तंजील के बच्चे कार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। बच्चों ने घरवालों को बताया कि जब गोलियां चलीं तो पापा ने कहा कि बच्चो सीट के नीचे छुप जाओ।

तंजील की पत्नी फरजाना खतरे से बाहर
तंजील की पत्नी फरजाना फिलहाल नोएडा के एक अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत अब खतरे से बाहर है। मामले की जांच स्थानीय पुलिस के अलावा यूपी एसटीएफ, एटीएसऔर एनआईए भी कर रही है। तंजील भारत में आईएसआईएस के सक्रिय होने के अलावा कई अन्य आतंकी मामलों की जांच कर रहे थे, इसलिए पुलिस आतंकी हमले से भी इनकार नहीं कर रही है।
   
पुलिस के मुताबिक वारदात से जुड़े प्रमुख तथ्य
  • मौका-ए-वारदात से 9 एमएम पिस्टल के कई कारतूस बरामद हुए हैं।
  • हत्या में कम से कम 2 हथियारों का प्रयोग किया गया।
  • तंज़ील पर 26 गोलियां चलाई गईं जिनमें से 24 गोलियां उन्हें लगीं।
  • 12 गोलियां पोस्टमार्टम के दौरान शरीर के अंदर मिलीं।
  • 9 गोलियां शरीर के आरपार निकल गईं।
  • 3 गोलियां शरीर को छूते हुए निकलीं।
  • गोलियां बेहद नज़दीक से मारी गईं।

हमले के पीछे गहरी साजिश
पुलिस और एनआईए के अफ़सरों ने शादी वाली जगह जाकर भी पूछताछ की। पुलिस का दावा है कि हमले के पीछे गहरी साजिश है। हमले में ऑटोमेटिक हथियार का प्रयोग हुआ है। तंज़ील के रिश्तेदारों के मुताबिक यह न तो लूट का मामला है और न ही उनकी किसी से कोई रंजिश थी। संपत्ति विवाद होने से भी परिवार ने इनकार किया है।

साढ़े छह साल से डेपुटेशन पर थे
बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेट रहे तंज़ील साढ़े छह साल से एनआईए में डेपुटेशन पर तैनात थे। कई अहम आतंकी मामलों की जांच से जुड़े तंज़ील दिल्ली में शाहीन बाग के इसी घर में रह रहे थे। यहां भी पड़ोसी उन्हें एक विनम्र शख्स के तौर पर जानते थे और कम ही लोगों को पता था कि वे एनआईए में थे।

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