मुम्बई में धूम धाम से गणेशोत्सव मनाया जा रहा है। गणपति बप्पा की मूर्ति को लोगों ने अपने अपने घरों और सार्वजनिक मंडलों में स्थापित किया है। 11 दिनों तक चलने वाला यह त्यौहार मुम्बई का सबसे लोकप्रिय त्यौहार है।
हर साल की तरह इस साल भी गणपति बप्पा मुम्बई में पधारे और सभी सार्वजनिक मंडलों ने बप्पा और उनके भक्तों को खुश करने के लिए अलग अलग थीम से पंडालों को सजाया है।
बप्पा के नन्हे भक्तों को ध्यान में रखते हुए कालाचौकी मंडल ने एंड्राइड गेम टेम्पल रन की तर्ज पर पंडाल सजाया। खाई, पहाड़ और मीनारें बनाकर टेम्पल रन का पूरा सेट तैयार किया गया।
मंडल के सेक्रेटरी कहते हैं 'मेरा बच्चा मेरे ऑफिस से आते ही मेरा फ़ोन टेम्पल रन खेलने के लिए ले लेता है। इसी से ख़्याल आया कि बच्चों को आकर्षित करने के लिए टेम्पल रन अच्छा रहेगा।'
जीएसबी सेवा मंडल ने 70 किलो सोने से बप्पा को सजाया है, साथ ही ढोल ताशे, आरती और भजन के बीच इस मंडल में तुलादान की रस्म भी दिन भर चलती रही। बप्पा की मूर्ति को बनाने के लिए भी रचनात्मकता का खुल कर इस्तेमाल हुआ। कहीं बर्फ तो कहीं पेपर से गणपति की मूर्तियां बनायीं गयी। चॉक्लेट के गणपति भी बनाये गए।
फोर्ट के इच्छापूर्ति मंडल में देश विदेश में मौजूद बप्पा की 60 मूर्तियों के रेप्लिका तैयार किये गए हैं। दीवारों और छत पर खूबसूरत नक्काशी के बीच यहाँ बप्पा की स्थापना की गयी है।
मंडल के सदस्यों ने कहा कि उन्होंने मुम्बई, महाराष्ट्र, इंडिया और विदेशों की 60 मूर्तियों के रेप्लिका तैयार किये हैं। मुम्बई में हर बार की तरह इस साल भी सभी मण्डलों ने थीम पर विशेष ध्यान दिया। चाहे वो टेम्पल रन की तर्ज पर बना पंडाल हो या देश विदेश की मूर्तियों से सजा पंडाल। सभी मंडलों में बप्पा का स्वागत एक नई थीम से करने की होड़ लगी रही।
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