यह ख़बर 13 अगस्त, 2014 को प्रकाशित हुई थी

मुलायम से हाथ मिलाने का सवाल नहीं, मेरे लिए मान-सम्मान पहले : मायावती

नई दिल्ली:

समाजवादी पार्टी के साथ चुनावी तालमेल करने की बात पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि मुलायम से हाथ मिलाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। मुलायम पर आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि वह सांप्रदायिक हिंसा फैला रहे हैं। मायावती ने कहा कि मेरे लिए मान-सम्मान पहले है और सत्ता बाद में।

मायावती ने कहा, जब भी सपा सरकार सत्ता में आई तब अपराध, सांप्रदायिक हिंसा, बलात्कार, डकैती की घटनाएं चरम पर पहुंच गईं। यह इस पार्टी का चरित्र है। बसपा अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और मुझे विश्वास है कि राज्य के लोग मुझे बिना किसी की मदद लिए उत्तर प्रदेश में सत्ता में वापस लाने में मदद करेंगे।

लालू खुद मायावती का हाथ थामकर लाएं तो हम भी हाथ मिला लेंगे : मुलायम

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बहुजन समाज पार्टी नेता मायावती से हाथ मिला लेने की सलाह पर व्यंग्य करते हुए कहा कि यदि लालू प्रसाद यादव स्वयं मायावती का हाथ थामकर उनके पास ले आएं, तो वह बसपा नेता से हाथ मिला लेंगे।

उल्लेखनीय है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार में अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी जनता दल (यूनाइटेड) के नेता तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गठबंधन कर लिया है, और इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी मुलायम सिंह यादव को मायावती से गठबंधन करने की सलाह दी थी, ताकि राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी से टक्कर ली जा सके।

लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि देश गलत हाथों में चला गया है। मोदी सरकार ने जनता को सिर्फ सब्ज़बाग दिखाए हैं, और नरेंद्र मोदी जहां भी गए, वहां अशुभ ही हुआ। उन्होंने कहा था कि वह और नीतीश कुमार दरअसल एक ही परिवार हैं, और वह नीतीश के बड़े भाई जैसे हैं, सो, नीतीश अगर उनकी गोद में नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे। इसी के बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी को परास्त करने की ज़रूरत बताई, और उत्तर प्रदेश के नेताओं मुलायम सिंह यादव और मायावती से भी एक साथ आने की अपील की थी।

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