अंबानी धमकी केस में गिरफ्तार हो चुके और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की जांच का सामना कर रहे मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राम कदम ने शिवसेना और मुख्यमंत्री पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होने सवाल किया है कि सचिन वाजे के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज क्यों नहीं हुई है? उन्होंने कहा कि '24 दिन बीत जाने के बाद भी ATS अफसरों ने मनसुख हीरेन की हत्या के मामले में वाजे के खिलाफ 302 FIR में नाम क्यों नहीं लिया?'
उन्होंने एक बयान जारी कर सवाल उठाया कि 'क्या उन्हें महाराष्ट्र सरकार रोक रही है? सरकार क्या वाजे को बचाना चाहती है?' उन्होंने कहा कि मनसुख हीरेन की हत्या के बाद उनकी पत्नी विमला हिरेन ने सचिन वाज़े पर गंभीर आरोप लगाए. कदम ने वाजे पर आरोप लगाया कि 'मनसुख हिरन के पोस्टमार्टम के समय सचिन वाज़े पोस्टमार्टम रूम में पहुंचे. एंटीलिया के नजदीक विस्फोटक रखने के बाद सचिन वाजे अपने साथ मनसुख हिरन को लेकर जगह-जगह जाते रहे. सचिन वाज़े ने मनसुख की मौत से पहले मनसुख के नाम से एक पत्र लिखवाया और अपने आपको प्रताड़ित होने की झूठी बातें लिखवाई.'
यह भी पढ़ें : नया खुलासा: सचिन वाजे और मनसुख हिरेन की हुई थी मुलाकात, CCTV फुटेज में 10 मिनट दिखे एकसाथ
उन्होंने कहा, 'यह पूरा घटनाक्रम देश और दुनिया देख रही है. महाराष्ट्र सरकार की आंखों के सामने यह होता रहा, बावजूद इसके महाराष्ट्र सरकार ने सचिन वाज़े को बचाने का पूरा प्रयास किया. अब तक उसका नाम 302 FIR में नहीं है? लगभग 24 दिन बीत जाने के बाद भी एटीएस के हाथ खाली है? या जानबूझकर वाजे को बचाया जा रहा है?'
BJP नेता ने कहा कि 'ATS मनसुख हीरेन मामले में सचिन वाजे की अब कस्टडी चाहती है. सचिन वाज़े की कस्टडी लेकर क्या उसका भी मनसुख हिरन करने का किसी षड्यंत्रकारी का प्रयास है? यह मामला बहुत बड़ा है, कुछ भी हो सकता है. यह हमारा नहीं देश की जनता के सवाल है.'
बता दें कि NIA ने सचिन वाजे को इस हफ्ते गिरफ्तार कर लिया था और वो 25 मार्च तक एजेंसी की न्यायिक हिरासत में हैं. एजेंसी अभी शुक्रवार की रात वाजे को लेकर घटनास्थल पर पहुंची थी और क्राइम सीन को रीक्रिएट किया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं