श्रीनगर:
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने संसद पर हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु को फांसी दिए जाने को ‘कश्मीर के कष्टदायक इतिहास में नकारात्मक घटना’ करार दिया है।
सईद ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे एक पत्र में मांग की कि अफजल के शव को उसके परिवार को लौटाया जाए ताकि वे उसे उचित ढंग से दफना सकें।
अफजल को तिहाड़ में गत नौ फरवरी को फांसी दे दी गई थी और जेल परिसर में ही उसके शव को दफना दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘मैं यह पत्र लगभग 15 दिन तक पीड़ा से गुजरने के बाद लिख रहा हूं और मेरा मानना है कि कश्मीर और बाकी देश के बीच फिर से विश्वास बहाल करने के सभी प्रयास हवा में उड़ गए हैं।’
सईद ने कहा, ‘जिस तरीके से मोहम्मद अफजल गुरु को गोपनीय ढंग से फांसी दी गई और जानी हुई बात है कि बहुत जल्दबाजी में और गलत तरीके से जो कुछ किया गया वह हमारे कष्टदायी इतिहास में नकारात्मक संदर्भ बिंदु है।’
पीडीपी संरक्षक ने पत्र में लिखा है कि वह इस फांसी के युवा पीढ़ियों पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव को लेकर बहुत चिंतित हैं।
सईद ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे एक पत्र में मांग की कि अफजल के शव को उसके परिवार को लौटाया जाए ताकि वे उसे उचित ढंग से दफना सकें।
अफजल को तिहाड़ में गत नौ फरवरी को फांसी दे दी गई थी और जेल परिसर में ही उसके शव को दफना दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘मैं यह पत्र लगभग 15 दिन तक पीड़ा से गुजरने के बाद लिख रहा हूं और मेरा मानना है कि कश्मीर और बाकी देश के बीच फिर से विश्वास बहाल करने के सभी प्रयास हवा में उड़ गए हैं।’
सईद ने कहा, ‘जिस तरीके से मोहम्मद अफजल गुरु को गोपनीय ढंग से फांसी दी गई और जानी हुई बात है कि बहुत जल्दबाजी में और गलत तरीके से जो कुछ किया गया वह हमारे कष्टदायी इतिहास में नकारात्मक संदर्भ बिंदु है।’
पीडीपी संरक्षक ने पत्र में लिखा है कि वह इस फांसी के युवा पीढ़ियों पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव को लेकर बहुत चिंतित हैं।
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