अटल बिहारी वाजपेयी को अंतिम विदाई देने के लिये उमड़ा लोगों का हुजूम

आज अटल जी की अंतिम यात्रा का भी दृश्य कुछ ऐसा ही है. उनकी यात्रा में पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह  सहित कई मुख्यमंत्री और बीजेपी के बड़े नेता पैदल चल रहे हैं.

अटल बिहारी वाजपेयी को अंतिम विदाई देने के लिये उमड़ा लोगों का हुजूम

अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था.

नई दिल्ली:

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का रिकॉर्ड है जेपी आंदोलन के बाद उन्हीं की रैली में पटना का गांधी मैदान भर पाया था. उनकी रैलियों में उमड़ी भीड़ हर बार कोई न रिकॉर्ड बनाती थी. भीड़ देखकर अटल जी का उत्साह भी भी दोगुना हो जाता था. वह कहते कि मुझसे कहा गया था कि यहां रैली है ये तो रैला है. इसके बाद वहां जनज्वार उमड़ा पड़ता था. आज अटल जी की अंतिम यात्रा का भी दृश्य कुछ ऐसा ही है. उनकी यात्रा में पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह  सहित कई मुख्यमंत्री और बीजेपी के बड़े नेता पैदल चल रहे हैं और उनके पीछे लाखों की भीड़ चल रही है. पहले उनके अंतिम संस्कार का समय 4 बजे बताया जा रहा था  लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि अब इसमें काफी वक्त लगेगा. बताया जा रहा है कि इस भीड़ में लाखों लोग इकट्ठा हैं और अंतिम संस्कार स्थल पर इससे ज्यादा भीड़ पहुंच सकती है. 

qc0443to
 

बीजेपी मुख्यालय में गूंज रहा है वही नारा- राजतिलक की करो तैयारी, आ रहे हैं अटल बिहारी

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी आज पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे. आज शाम चार बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. अटल जी का जाना राजनीति में एक युग के अंत के समान है. अटल जी की मौत से पूरा देश शोक की लहर में डूब गया है. देश भर से अटल जी को श्रद्धांजलि दी जा रही है. पीएम मोदी से लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत तक ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने अटल जी की निधन पर कहा कि उनके माथे से पितातुल्य अटल जी का साया उठ गया है.  संघ प्रमुख मोहन भागवत ने ट्वीट कर कहा- भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों को अपने विचार और आचरण द्वारा राष्ट्र जीवन में प्रतिष्ठित करने वाले, एक प्रखर दृढ एवं सर्व स्वीकृत व्यक्तित्व हम सब के बीच में से चला गया. समाज जीवन में इस शून्यता को भरना आसान नहीं होगा. उनकी पुण्य स्मृति में शत शत नमन.
अंतिम सफर पर भारत रत्‍न अटल जी
आगे उन्होंने एक और ट्वीट कर कहा, अटलजी का जाना हम सबके मन में एक रिक्तता छोड़ गया है, जिसकी पूर्ति असंभव है. उनके जैसे व्यक्ति बार-बार नहीं मिलते. युगों में, करोड़ों में, एक होते हैं. अपने युग की छाप छोड़कर अटलजी ने अपना जन्मकार्य समाप्त किया.

अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी अन्य खबरें
अटल बिहारी वाजपेयी को आम्रपाली दुबे ने दी श्रद्धांजलि, निरहुआ भी हुए इमोशनल
नहीं रहे वाजपेयी : लखनऊ के 'त्रिवेदी मिष्ठान भंडार' से अब नहीं जायेगा टैक्स
चुनाव में नरेंद्र मोदी की ओर से सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाने पर अटल बिहारी वाजपेयी ने कही थी ये बड़ी बात
पुराने लखनऊ की दूध की बर्फी के दीवाने थे अटल, कॉल कर कहते थे- 'टैक्स' आएगा या नहीं

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com