मध्यप्रदेश के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार रात सोनिया गांधी से मुलाकात की. माना जा रहा है कि कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं ने मप्र में कमलनाथ सरकार पर आए संकट और ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी के बारे में चर्चा की. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान सिंधिया को मनाने की कोशिश कर सकता है. खबरें हैं कि सिंधिया राज्यसभा सदस्यता के साथ ही मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के पद पर जोर दे रहे हैं. सरकार पर मंडराए संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज अपने मंत्रियों का इस्तीफा ले लिया. उन्होंने सोमवार दोपहर की सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और उसके तत्काल बाद भोपाल रवाना हो गए थे.
MP : सियासी संकट के बीच कमलनाथ सरकार के 20 मंत्रियों ने दिया इस्तीफा, मंत्रिमंडल के विस्तार की योजना
इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि जो सही कांग्रेसी होगा वो कांग्रेस में ही रहेगा. साथ ही उन्होने कहा कि उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात करने का प्रयास किया, लेकिन बताया जा रहा है कि वह स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं, इसलिए उनसे बात नहीं कर पाया
Digvijaya Singh, Congress: Jo sahi Congressi hain woh Congress mein rahega. #MadhyaPradesh https://t.co/KoZAEOdUv9
— ANI (@ANI) March 9, 2020
गौरतलब है कि सरकार पर संकट के बादल घिरने की आशंकाओं के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वह माफियाओं के सहयोग से सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने वालों को सफल नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा है कि मैंने अपना समूचा सार्वजनिक जीवन जनता की सेवा के लिए समर्पित किया है. मेरे लिए सरकार होने का अर्थ सत्ता की भूख नहीं, जन सेवा का पवित्र उद्देश्य है. पंद्रह वर्षों तक भाजपा ने सत्ता को सेवा का नहीं भोग का साधन बनाए रखा था वो आज भी अनैतिक तरीके से मध्यप्रदेश की सरकार को अस्थिर करना चाहती है. सौदेबाजी की राजनीति मध्यप्रदेश के हितों के साथ कुठाराघात है. उन्होंने कहा कि 15 साल में भाजपा के राज में प्रदेश की जनता त्रस्त थी और उसने माफियाओं से छुटकारा पाने के लिए कांग्रेस को सत्ता सौंपी. मैंने जनता की अपेक्षा पर माफिया के खिलाफ अभियान चलाया. माफिया के सहयोग से भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान में कहा कि सौदेबाजी की राजनीति से किसी दल या प्रदेश और जनता को कोई फायदा नहीं होता. इसके उलट अहित होता है. नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मेरा लक्ष्य था कि मध्यप्रदेश की नई पहचान पूरे देश और दुनिया में बने. इससे प्रदेश के लोगों नौजवानों का हित जुड़ा है. भाजपा सिर्फ़ और सिर्फ़ सत्ता की भूखी है. उसे प्रदेश के नागरिकों और उसके विकास से कोई सरोकार नहीं है. भूमाफिया से त्रस्त जनता को हमने राहत दिलाई, नकली दवाइयां, नकली खाद बेचकर लाभ कमाकर अमानवीय व्यवसाय में लगे माफिया के खिलाफ हमने अभियान चलाया.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं