नई दिल्ली:
इस वर्ष देश में मानसून सामान्य रहने के आसार हैं। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख ने गुरुवार को कहा कि 99 प्रतिशत बारिश के साथ इस बार देश में मानसून के सामान्य रहने के अनुमान हैं।
देशमुख ने कहा, "मौसम विभाग के वर्ष 2012 के लिए दक्षिण-पश्चिमी मानसून (जून-सितम्बर) के पूर्वानुमान के अनुसार, पूरे देश में बारिश सामान्य रहने के आसार हैं। यह औसतन 99 प्रतिशत तक हो सकती है।"
मौसम विभाग के अनुसार, इस बात की बहुत कम सम्भावना है कि बारिश 90 फीसदी से कम और 110 फीसदी से अधिक हो।
दक्षिण-पश्चिम मानसून को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में मौसम विभाग ने कहा कि यह अब तक सामान्य नजर आ रहा है और इसके बारे में कोई भी पुख्ता जानकारी मई मध्य के बीच में ही दी जा सकती है।
यह पूछे जाने पर कि मानसून की सम्भावित तिथि क्या होगी, केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव शैलेश नायक ने कहा, "इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन दक्षिण-पश्चिमी मानसून आम तौर पर केरल में एक जून से शुरू होता है।"
अप्रैल में असामान्य तरीके से मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहने के सवाल पर मौसम विभाग के महानिदेशक एल. एस. राठौर ने कहा, "यह पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है। लेकिन इसका असर मानसून पर नहीं होगा।"
देशमुख ने कहा, "मौसम विभाग के वर्ष 2012 के लिए दक्षिण-पश्चिमी मानसून (जून-सितम्बर) के पूर्वानुमान के अनुसार, पूरे देश में बारिश सामान्य रहने के आसार हैं। यह औसतन 99 प्रतिशत तक हो सकती है।"
मौसम विभाग के अनुसार, इस बात की बहुत कम सम्भावना है कि बारिश 90 फीसदी से कम और 110 फीसदी से अधिक हो।
दक्षिण-पश्चिम मानसून को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में मौसम विभाग ने कहा कि यह अब तक सामान्य नजर आ रहा है और इसके बारे में कोई भी पुख्ता जानकारी मई मध्य के बीच में ही दी जा सकती है।
यह पूछे जाने पर कि मानसून की सम्भावित तिथि क्या होगी, केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव शैलेश नायक ने कहा, "इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन दक्षिण-पश्चिमी मानसून आम तौर पर केरल में एक जून से शुरू होता है।"
अप्रैल में असामान्य तरीके से मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहने के सवाल पर मौसम विभाग के महानिदेशक एल. एस. राठौर ने कहा, "यह पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है। लेकिन इसका असर मानसून पर नहीं होगा।"