बंगाल के एक स्विमिंग कोच द्वारा किशोर लड़की के साथ वायरल हुए वीडियो से हंगामा मच गया है. मेडल जीत चुकी लड़की ने एक वीडियो में दिए बयान में कहा कि प्लीज स्पोर्ट्स को बचा लीजिए. 15 साल की लड़की अब बंगाल में अपने घर पहुंच चुकी है. उसने कहा, 'स्पोर्ट्स में छेड़छाड़ होती है लेकिन विरोध कम. मैं बात करना चाहती हूं. यह लंबे समय से चल रहा है. अगर मैं आज नहीं बोलूंगी तो बाकी लोग इसे सहते रहेंगे.' आरोपी कोच सुरजीत गांगुली और किशोर लड़की (स्विमर) बंगाल से ही हैं. सूत्रों के मुताबिक कोच नेशनल स्विमर था. वह रेलवे में फुट टाइम नौकरी कर रहा था और बंगाल के एक पुल में स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दे रहा था.
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3 साल पहले आरोपी ने एक ट्रेनिंग सेंटर शुरू किया था. सूत्रों के मुताबिक आरोपी का अपने एक स्विमिंग स्टूडेंट की मां के साथ रिलेशनशिप हो गया था जिसकी वजह से उसे ये सेंटर छोड़ना पड़ा. वह पहले बंगलुरु गया और फिर गोवा स्विमिंग फेडरेशन का ट्रेनर बना जोकि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया से अप्रूव है.
वहीं पीड़ित लड़की ने बताया, 'जब मैं 10 साल की थी, तब से उनके यहां कोचिंग कर रही हूं. मुझे अच्छे नतीजे मिले. उन्होंने(कोच) मुझे गोवा आने के लिए कहा. मैं वहां गई. मेरे पिता वहां कई बार गए थे. लेकिन कोच का व्यवहार भयावह था.'
पीड़ित लड़की ने कहा, 'उसने मुझे छुआ, धमकी दी और कहा कि किसी से कहना मत. यह तुम्हारे और तुम्हारे कोच के बीच में है. अपने माता-पिता से भी कुछ मत कहना. तुम्हारे आगे भविष्य पड़ा है. वह मेरे घर आया और पूल में मेरे साथ बदतमीजी की. मैं मदद चाहती हूं.'
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी कोच को नौकरी से निकाल दिया और उसकी किसी भी तरह की सरकारी नौकरी पर रोक लगा दी.
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लड़की के द्वारा लोकल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है और उसे गोवा भेजा गया है. पुलिस ने रेप, छेड़छाड़, आपराधिक धमकी और पोक्सो के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
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