#MeToo पर राज ठाकरे की प्रतिक्रिया
मुंबई:
भारत में चल रहे #MeToo कैंपेन की जद में कई ऐसे बड़े-बड़े नाम सामने आए हैं, जिन पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं और इस कैंपेन की वजह से उनके चेहरे पर से नकाब हटा है. मगर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने मीटू अभियान जिस वक्त उठाया गया है, उसे लेकर ठाकरे ने कई सवाल खड़े किये हैं. राज ठाकरे को लगता है कि मीटू कैंपेन गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाने वाला है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को कहा कि ऐसा लगता है कि मीटू की कैंपेन पेट्रोल-डीजल की कीमतों, बेरोजगारी और रुपये की गिरती कीमतों से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है.
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मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि ऐसा लगता है कि जैसे अहम मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे की शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मीटू की कैंपेन पेट्रोल-डीजल की कीमतों, बेरोजगारी और रुपये की गिरती कीमतों से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है. अगर किसी भी महिला के साथ मीटू जैसा कुछ भी हुआ है तो वह मनसे के पास आ सकती हैं, हम आरोपियों को सबक सिखाएंगे. महिलाएं शोषण का सामना करती हैं तो उन्हें तुरंत आवाज उठानी चाहिए न कि 10 साल बाद.
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गौरतलब है कि मीटू अभियान के तहत कई फिल्म स्टार के नाम भी सामने आए हैं, जिन पर अलग-अलग महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर को भी मीटू के तहत लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद ही अपने पद पर से इस्तीफा देना पड़ा है.
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मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि ऐसा लगता है कि जैसे अहम मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे की शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मीटू की कैंपेन पेट्रोल-डीजल की कीमतों, बेरोजगारी और रुपये की गिरती कीमतों से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है. अगर किसी भी महिला के साथ मीटू जैसा कुछ भी हुआ है तो वह मनसे के पास आ सकती हैं, हम आरोपियों को सबक सिखाएंगे. महिलाएं शोषण का सामना करती हैं तो उन्हें तुरंत आवाज उठानी चाहिए न कि 10 साल बाद.
अमरावती में मनसे प्रमुख ने नाना पाटेकर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बुधवार को कहा कि मैं नाना पाटेकर को जानता हूं. वह अभद्र आदमी हैं, वह बेवकूफाना हरकते करते हैं, मगर मुझे नहीं लगता है कि वह इस तरह की हरकत कर सकते हैं. इस मामले को कोर्ट देखेगी, इसमे मीडिया का क्या लेना-देना है. मी टू एक गंभीर मुद्दा है, ऐसे में ट्विटर पर इस मुद्दे को लेकर बहस करना बिल्कुल भी सही नहीं है. गौरतलब है कि मीटू अभियान के तहत अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है.It seems it's being done to divert attention from petrol price,rupee value&unemployment.If anything like #MeToo happens,women can come to MNS. We'll teach a lesson to accused.Women must raise voice when they face oppression,not after 10 yrs: Raj Thackeray,MNS, in Amravati.(17.10) pic.twitter.com/gaTHsNklsS
— ANI (@ANI) October 17, 2018
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गौरतलब है कि मीटू अभियान के तहत कई फिल्म स्टार के नाम भी सामने आए हैं, जिन पर अलग-अलग महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर को भी मीटू के तहत लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद ही अपने पद पर से इस्तीफा देना पड़ा है.
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