रायगढ़ (महाराष्ट्र):
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लोगों ने अपना अभियान मुंबई के करीब ले जाते हुए नवी मुंबई में एक 'मूक मोर्चा' निकाला. कोपर्डी बलात्कार-हत्याकांड में सख्त कार्रवाई सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर मराठा समुदाय राज्य के विभिन्न शहरों में पहले ही कई मार्च निकाल चुका है.
अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए मराठा समुदाय के लोगों ने खारघर स्थित कोंकण संभागीय आयुक्त के कार्यालय तक मार्च निकाला और कोपर्डी बलात्कार कांड सहित कई मुद्दे उठाए . इस कांड में पीड़िता मराठा समुदाय से थी .
रायगढ़ जिले के खारघर के सेंट्रल पार्क से शुरू हुआ 'मूक मोर्चा' बेलापुर स्थित कोंकण भवन तक गया. भारी बारिश के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने छह किलोमीटर का सफर तय किया. उनके हाथ में भगवा झंडे थे.
मार्च का हिस्सा रहीं पांच लड़कियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बाद में कोंकण के संभागीय आयुक्त प्रभाकर देशमुख से मुलाकात की और सकल मराठा समाज की तरफ से एक ज्ञापन सौंपा. उन्होंने बलात्कार कांड के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की. नवी मुंबई पुलिस ने बड़ी संख्या में अपने जवानों की तैनाती कर रखी थी, ताकि किसी तरह के उपद्रव को रोका जा सके.
महाराष्ट्र की राजनीति में दबदबा रखने वाला मराठा समुदाय करीब दो महीने पहले अहमदनगर जिले के कोपर्डी में एक लड़की से बलात्कार और फिर उसकी हत्या के बाद पिछले एक महीने से राज्य के विभिन्न शहरों में मौन मार्च निकालता रहा है. पीड़ित लड़की मराठा थी जबकि कथित दोषी दलित समुदाय से थे.
मराठा नेताओं की मांग है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति (उत्पीड़न रोकथाम) कानून रद्द किया जाए क्योंकि इसका घोर दुरुपयोग हो रहा है. उनकी मांग यह भी है कि शैक्षणिक संस्थाओं और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का प्रावधान किया जाए.
वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य विधानमंडल का एकदिवसीय विशेष सत्र आयोजित करने की मांग करते हुए कहा कि मराठा समुदाय की ओर से उठाए गए मुद्दों को सुलझाया जाए.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए मराठा समुदाय के लोगों ने खारघर स्थित कोंकण संभागीय आयुक्त के कार्यालय तक मार्च निकाला और कोपर्डी बलात्कार कांड सहित कई मुद्दे उठाए . इस कांड में पीड़िता मराठा समुदाय से थी .
रायगढ़ जिले के खारघर के सेंट्रल पार्क से शुरू हुआ 'मूक मोर्चा' बेलापुर स्थित कोंकण भवन तक गया. भारी बारिश के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने छह किलोमीटर का सफर तय किया. उनके हाथ में भगवा झंडे थे.
मार्च का हिस्सा रहीं पांच लड़कियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बाद में कोंकण के संभागीय आयुक्त प्रभाकर देशमुख से मुलाकात की और सकल मराठा समाज की तरफ से एक ज्ञापन सौंपा. उन्होंने बलात्कार कांड के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की. नवी मुंबई पुलिस ने बड़ी संख्या में अपने जवानों की तैनाती कर रखी थी, ताकि किसी तरह के उपद्रव को रोका जा सके.
महाराष्ट्र की राजनीति में दबदबा रखने वाला मराठा समुदाय करीब दो महीने पहले अहमदनगर जिले के कोपर्डी में एक लड़की से बलात्कार और फिर उसकी हत्या के बाद पिछले एक महीने से राज्य के विभिन्न शहरों में मौन मार्च निकालता रहा है. पीड़ित लड़की मराठा थी जबकि कथित दोषी दलित समुदाय से थे.
मराठा नेताओं की मांग है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति (उत्पीड़न रोकथाम) कानून रद्द किया जाए क्योंकि इसका घोर दुरुपयोग हो रहा है. उनकी मांग यह भी है कि शैक्षणिक संस्थाओं और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का प्रावधान किया जाए.
वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य विधानमंडल का एकदिवसीय विशेष सत्र आयोजित करने की मांग करते हुए कहा कि मराठा समुदाय की ओर से उठाए गए मुद्दों को सुलझाया जाए.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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