महाराष्ट्र के अकोला में एक अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़ होने के कुछ दिनों के अंदर ही पुलिस गिरोह के मास्टरमाइंड शिवाजी कोली को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है, रविवार रात कोली को सांगली स्थित उसके घर से अकोला पुलिस ने गिरफ्तार किया।
सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों आनंद जाधव और देवेंद्र शिरसाट से पूछताछ के दौरान कोली के नाम आया था। दोनों का कहना था कि कोली ही वह शख्स है, जो उन्हें यवतमाल में एक डॉक्टर दंपत्ति के पास लेकर गया था। बताया जा रहा है कोली ने 12 साल पहले अपनी किडनी को कथित तौर पर दान किया था, जिसके बाद वह इस रैकेट से जुड़े लोगों के संपर्क में आया।
अकोला किडनी रैकेट में सबसे पहले एक साहूकार की गिरफ्तारी हुई थी, आरोप लगा कि इस साहूकार ने एक मजदूर को 20 हजार रुपये बतौर कर्ज दिए और जब वह रकम चुकाने में नाकाम रहा तो उसे किडनी बेचने के लिए मजबूर किया। इस काम में उसका एक साथी भी शामिल था। किडनी निकालने के लिए उसे पड़ोसी मुल्क श्रीलंका ले जाया गया था।
माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के कई ज़िलों में लगातार खराब होती फसलों की वजह से कर्ज में डूबे किसानों और मज़दूरों को ये गिरोह निशाना बना था। इस मामले में कितने लोगों के गुर्दे बेचे गए हैं, कौन-कौन से लोग इस रैकेट में शामिल हैं इसकी जांच के लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन भी कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों आनंद जाधव और देवेंद्र शिरसाट से पूछताछ के दौरान कोली के नाम आया था। दोनों का कहना था कि कोली ही वह शख्स है, जो उन्हें यवतमाल में एक डॉक्टर दंपत्ति के पास लेकर गया था। बताया जा रहा है कोली ने 12 साल पहले अपनी किडनी को कथित तौर पर दान किया था, जिसके बाद वह इस रैकेट से जुड़े लोगों के संपर्क में आया।
अकोला किडनी रैकेट में सबसे पहले एक साहूकार की गिरफ्तारी हुई थी, आरोप लगा कि इस साहूकार ने एक मजदूर को 20 हजार रुपये बतौर कर्ज दिए और जब वह रकम चुकाने में नाकाम रहा तो उसे किडनी बेचने के लिए मजबूर किया। इस काम में उसका एक साथी भी शामिल था। किडनी निकालने के लिए उसे पड़ोसी मुल्क श्रीलंका ले जाया गया था।
माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के कई ज़िलों में लगातार खराब होती फसलों की वजह से कर्ज में डूबे किसानों और मज़दूरों को ये गिरोह निशाना बना था। इस मामले में कितने लोगों के गुर्दे बेचे गए हैं, कौन-कौन से लोग इस रैकेट में शामिल हैं इसकी जांच के लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन भी कर दिया है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं