कोरोना वायरस महामारी (Corona pandemic) ने लोगों के मन में एक खौफ पैदा कर दिया है. हालांकि अब धीर-धीरे हालात सुधर रहे हैं, लेकिन अब भी लोग अपने घरों से तभी बाहर निकलते हैं जब कोई जरूरी काम हो. कोरोना वायरस (महामारी के संक्रमण से बचने के लिए बहुत से डॉक्टर्स तो अब भी मरीजों को देखने में हिचकिचा रहे हैं. ऐसे में महाराष्ट्र Maharashtra) के एक बुजुर्ग डॉक्टर गरीबों की मदद के लिए बहुत नेक काम कर रहे हैं. महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के रहने वाले बुजुर्ग डॉक्टर की उम्र 87 साल है और ये होम्योपैथिक डॉक्टर (Homoeopathic doctor) हैं. जबसे कोरोना वायरस महामारी शुरु हुई तबसे लेकर अबतक ये लोगों के घर जाकर उनका इलाज कर रहे हैं.
For the last 60 years, I've been visiting villagers almost daily. Due to fear of #COVID19, doctors are scared of treating poor patients but I've no such fear. Nowadays, young doctors are only after money, they don't want to serve poor: Dr Ramchandra Danekar, Homoeopathic doctor https://t.co/tJ7p9T6QAM pic.twitter.com/meqCpGa3KV
— ANI (@ANI) October 23, 2020
इससे भी बड़ी बात ये है कि 87 साल की उम्र में भी ये डॉक्टर हर रोज नंगे पैर 10 किलोमीटर साइकिल चलाकर गांव जाते हैं और आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों के घरों में जाकर उनका इलाज करते हैं. बता दें कि पिछले 60 सालों से वे हर रोज इसी तरह साइकिल से लोगों के घर जाकर उनका इलाज कर रहे हैं. होम्योपैथिक डॉक्टर रामचंद्र दानेकर (Dr Ramchandra Danekar) का कहना है, कि मैं लगभग हर रोज़ गांव का दौरा कर रहा हूं. कोविड 19 के डर से डॉक्टर गरीब मरीजों का इलाज करने से डरते हैं, लेकिन मुझे इससे कोई डर नहीं है. आजकल के युवा डॉक्टर केवल पैसे कमाना चाहते हैं, लेकिन गरीबों की सेवा नहीं करना चाहते हैं.
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