बीजेपी के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा की फाइल फोटो.
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly election, 2018 ) की कैंपेनिंग के बीच बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ( Sambit Patra) को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल( Bhopal ) में सड़क पर प्रेस कांफ्रेंस करना महंगा साबित हुआ है. नियम विपरीत तरीके से पत्रकारवार्ता आयोजित करने के मामले में उन्हें आचार संहिता के उल्लंघन का आरोपी बनाया गया है. इस मामले में भाजपा नेता एस.एस. उप्पल के खिलाफ पूर्व में ही प्रकरण दर्ज किया जा चुका है. भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि 27 अक्टूबर को दोपहर एक बजे से तीन बजे तक महाराणा प्रताप नगर में पत्रकारवार्ता के लिए अनुमति ली गई थी, मगर पत्रकारवार्ता 12 से साढ़े 12 बजे की बीच हुई, इस पत्रकारवार्ता में डॉ. पात्रा मौजूद रहे. यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. इस संदर्भ में कांग्रेस की ओर से शिकायत की गई थी.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को दी गई रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकारवार्ता की अनुमति लेने वाले भाजपा नेता उप्पल के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया. विवेचना के दौरान और निर्वाचन अधिकारी को उपलब्ध कराई गई वीडियो रिकॉर्डिग से पता चला कि पत्रकारवार्ता एक से तीन बजे के स्थान पर दोपहर 12 बजे से साढ़े 12 बजे के बीच हुई. जिला निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट में कहा गया है कि उप्पल से जवाब देने और अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया, मगर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. इसके अलावा डॉ. पात्रा को भी सूचनापत्र भेजकर जवाब मांगा गया, मगर पात्रा ने भी जवाब नहीं दिया। इसलिए आरोपियों की सूची में डॉ. पात्रा का नाम भी जोड़ा गया है. नेशनल हेराल्ड के मामले को लेकर डॉ. पात्रा और अन्य भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉम्प्लेक्स में उसी इमारत के सामने पत्रकारवार्ता की थी, जो जमीन नेशनल हेराल्ड को आवंटित की गई थी और अब यह कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में तब्दील हो चुकी है. (इनपुट-आईएएनएस से)
वीडियो- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावः टिकट बंटवारे पर विवाद से जूझ रहे दल
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को दी गई रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकारवार्ता की अनुमति लेने वाले भाजपा नेता उप्पल के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया. विवेचना के दौरान और निर्वाचन अधिकारी को उपलब्ध कराई गई वीडियो रिकॉर्डिग से पता चला कि पत्रकारवार्ता एक से तीन बजे के स्थान पर दोपहर 12 बजे से साढ़े 12 बजे के बीच हुई. जिला निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट में कहा गया है कि उप्पल से जवाब देने और अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया, मगर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. इसके अलावा डॉ. पात्रा को भी सूचनापत्र भेजकर जवाब मांगा गया, मगर पात्रा ने भी जवाब नहीं दिया। इसलिए आरोपियों की सूची में डॉ. पात्रा का नाम भी जोड़ा गया है. नेशनल हेराल्ड के मामले को लेकर डॉ. पात्रा और अन्य भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉम्प्लेक्स में उसी इमारत के सामने पत्रकारवार्ता की थी, जो जमीन नेशनल हेराल्ड को आवंटित की गई थी और अब यह कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में तब्दील हो चुकी है. (इनपुट-आईएएनएस से)
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