संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने विपक्ष से माफी मांगने की मांग की (फाइल फोटो)
खास बातें
- सदन में प्रश्नकाल और शून्यकाल हंगामे की भेंट चढ़े
- केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार बोले, हम अभी नोटबंदी पर चर्चा को तैयार
- दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित
नई दिल्ली: लोकसभा में शुक्रवार को सत्तारूढ़ भाजपा ने संसद में कामकाज में व्यवधान पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तल्ख टिप्पणी का हवाला देते हुए विपक्ष से कार्यवाही में रुकावट डालने के लिए माफी मांगने की मांग की. इस मुद्दे पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तनातनी के कारण सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन में प्रश्नकाल और शून्यकाल हंगामे की भेंट चढ़ गए. संसद में कामकाज में व्यवधान के मुद्दे पर सत्तापक्ष और विपक्षी के बीच तनातनी के कारण लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की बैठक सुबह शुरू होने के कुछ ही देर बाद आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी थी. 11.30 बजे संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि हम अभी चर्चा के लिए तैयार हैं. विपक्ष की ओर से पिछले 16 दिनों से व्यवधान डाला जा रहा है, सदन में कामकाज को बाधित किया जा रहा है. राष्ट्रपति जी ने भी कहा है कि यह तरीका ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वामदल सदन के कामकाज में व्यवधान डाल रहे हैं. इस तरह से व्यवधान डालने के लिए विपक्ष देश की जनता से माफी मांगे. कुमार ने कहा, ‘पहले वे देश की जनता से माफी मांगें. देश की जनता का पैसा बर्बाद क्यों किया, वे :विपक्ष: बताएं.’ कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वामदलों के सदस्य अपने स्थान से कुछ कहना चाह रहे थे लेकिन हंगामे में उनकी बात नहीं सुनी जा सकी.
शोरशराबा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 35 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कुछ कहना चाह रहे थे लेकिन भाजपा सदस्यों ने कहा कि राष्ट्रपति ने सदन में व्यवधान को लेकर तल्ख टिप्पणी की है. विपक्ष की ओर से व्यवधान डालना ठीक नहीं है.
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