केंद्रीय खाद्य मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि देश में खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. इस मामले पर केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, 'देश के कोने-कोने में खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु फूड कोरपोरेशन ऑफ इंडिया ने 9 अप्रैल को 77 रेल रैक के जरिए लगभग 2.16 लाख टन खाद्यान्न लोड किया. लॉकडाउन शुरू होने से अबतक 864 रैक द्वारा 24.19 लाख टन खाद्यान्न की आपूर्ति देशभर में हुई है.' बता दें कि इससे पहले कोरोनावायरस लॉकडाउन के बीच केंद्र सरकार ने राशन की जरूरत को देखते हुए एक अहम फैसला लिया था और खाद्य सुरक्षा कानून के तहत सभी पीडीएस लाभार्थियों कों 2 किलो अतिरिक्त अनाज देने का ऐलान किया था. गेहूं 2 रुपये प्रति किलो और चावल 3 रुपये प्रति किलो की कीमत पर दिए जाने की घोषणा की गई थी.
देश के कोने-कोने में खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु @FCI_India ने 9 अप्रैल, गुरुवार को 77 रेल रैक के जरिए लगभग 2.16 लाख टन खाद्यान्न लोड किया। लॉकडाउन शुरू होने से अबतक 864 रैक द्वारा 24.19 लाख टन खाद्यान्न की आपूर्ति देशभर में हुई है।@narendramodi #IndiaFightsCorona
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) April 9, 2020
इससे पहले खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने एक बयान जारी कर राज्यों से जल्दी एफसीआई से अपने-अपने कोटे का अनाज उठाने करने का आग्रह किया था. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अगले 3 महीने हर ज़रूरतमंद तक 5 किलो चावल या गेहूं और एक किलो दाल मुफ्त में आवंटित करने के ऐलान किया गया था लेकिन कई राज्य सरकारों ने मुफ्त में वितरण के लिए खाद्य मंत्रालय ने जो अनाज आवंटित किया उसे उठाया नहीं है. खाद्य मंत्रालय के मुताबिक 4 अप्रैल तक 37 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में से 22 ने एफसीआई से अपने कोटे का अनाज लिफ्ट ही नहीं किया है.
बता दें कि सरकार ने कोरोनावायरस के मद्देनजर देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है. देश भर में यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक रहेगा. लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही राशन की दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं