न्यूयॉर्क:
नरेंद्र मोदी को अमेरिकी वीजा नहीं दिए जाने पर अब तक खुद को बेपरवाह बताने वाली बीजेपी ने रविवार को कहा कि वह मोदी से यात्रा संबंधी प्रतिबंध हटाने के लिए अमेरिकी प्रशासन के समक्ष अपील करेगी।
पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस सप्ताह वह मोदी को वीजा नहीं दिए जाने के मुद्दे को अमेरिकी सांसदों के समक्ष उठाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘मैं अमेरिकी सरकार से अपील करूंगा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के लिए वीजा जारी किया जाए।’ अमेरिकी सरकार ने गुजरात में हुए 2002 के दंगों और वहां मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन को लेकर मोदी को वीजा नहीं देने का फैसला किया था।
बीजेपी हमेशा से यह कहती रही थी कि मोदी अमेरिकी वीजा हासिल करने के लिए बेताब नहीं है, हालांकि वह अमेरिकी प्रशासन की इस मुद्दे पर यह कहते हुए आलोचना भी करती रही है कि मोदी लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित लोकप्रिय नेता हैं।
पार्टी चुनाव अभियान समिति के प्रमुख चुने गए मोदी ने हाल ही में ‘वार्टन इंडिया एक्नॉमिक फोरम’ को संबोधित करने वाले थे, लेकिन संस्था में कुछ आपत्ति उठने के बाद उनसे जुड़े कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था।
राजनाथ सिंह पांच दिनों के न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन के दौरे पर हैं। इस दौरान वह भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात करेंगे।
वहीं, कांग्रेस पार्टी की ओर इस मसले पर बोलते हुए मनीष तिवारी ने राजनाथ सिंह से पूछा है कि आखिर वह अमेरिका से किस भाषा में बात करेंगे।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व राजनाथ सिंह ने कहा था कि अंग्रेजी ने देश में तमाम भारतीय भाषाओं और संस्कृति का नुकसान किया है। वहीं, अमेरिका में अपने इस वक्तव्य पर सफाई देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि वह किसी भी भाषा के विरोधी नहीं है, वह अंग्रेजी के पक्षधर या विरोधी नहीं हैं। उनका कहना है कि उनके बयान को गलत समझा गया। उन्होंने कहा कि हिंदी व अन्य भारतीय भाषाओं का प्रयोग देश के युवाओं को भारतीय संस्कृति और धरोहर के समझाने के लिए किया जाना चाहिए।
(इनपुट एनडीटीवीडॉटकॉम से भी)
पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस सप्ताह वह मोदी को वीजा नहीं दिए जाने के मुद्दे को अमेरिकी सांसदों के समक्ष उठाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘मैं अमेरिकी सरकार से अपील करूंगा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के लिए वीजा जारी किया जाए।’ अमेरिकी सरकार ने गुजरात में हुए 2002 के दंगों और वहां मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन को लेकर मोदी को वीजा नहीं देने का फैसला किया था।
बीजेपी हमेशा से यह कहती रही थी कि मोदी अमेरिकी वीजा हासिल करने के लिए बेताब नहीं है, हालांकि वह अमेरिकी प्रशासन की इस मुद्दे पर यह कहते हुए आलोचना भी करती रही है कि मोदी लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित लोकप्रिय नेता हैं।
पार्टी चुनाव अभियान समिति के प्रमुख चुने गए मोदी ने हाल ही में ‘वार्टन इंडिया एक्नॉमिक फोरम’ को संबोधित करने वाले थे, लेकिन संस्था में कुछ आपत्ति उठने के बाद उनसे जुड़े कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था।
राजनाथ सिंह पांच दिनों के न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन के दौरे पर हैं। इस दौरान वह भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात करेंगे।
वहीं, कांग्रेस पार्टी की ओर इस मसले पर बोलते हुए मनीष तिवारी ने राजनाथ सिंह से पूछा है कि आखिर वह अमेरिका से किस भाषा में बात करेंगे।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व राजनाथ सिंह ने कहा था कि अंग्रेजी ने देश में तमाम भारतीय भाषाओं और संस्कृति का नुकसान किया है। वहीं, अमेरिका में अपने इस वक्तव्य पर सफाई देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि वह किसी भी भाषा के विरोधी नहीं है, वह अंग्रेजी के पक्षधर या विरोधी नहीं हैं। उनका कहना है कि उनके बयान को गलत समझा गया। उन्होंने कहा कि हिंदी व अन्य भारतीय भाषाओं का प्रयोग देश के युवाओं को भारतीय संस्कृति और धरोहर के समझाने के लिए किया जाना चाहिए।
(इनपुट एनडीटीवीडॉटकॉम से भी)
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