उपभोक्ता और खाद्य मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने शुक्रवार को ज्वैलरों के पंजीकरण व पंजीकरण के नवीकरण की ऑनलाइन प्रणाली और हॉलमार्किंग केन्द्रों की मान्यता के नवीकरण के लिए एक ऑनलाइन व्यवस्था लॉन्च किया है. इस ऑनलाइन व्यवस्था से ज्वैलरों और उद्यमियों के लिए व्यापार करना आसान होगा.
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राम विलास पासवान ने कहा कि सोने की ज्वैलरी और आर्टफैक्ट्स (Artefacts) की हॉलमार्किंग अनिवार्य होने से पंजीकरण करवाने के लिए आगे आने वाले ज्वैलरों की संख्या 31,000 से बढ़कर 5 लाख तक जाने का अनुमान है. इस प्रक्रिया के दौरान कोई ह्यूमन इंटरफेस नहीं होगा. लाइसेंस देने की पूरी प्रक्रिया को स्वचालित किया गया है.
पासवान ने कहा कि इस पहल से हॉलमार्क की जाने वाली सोने की ज्वैलरी एवं आर्टफैक्ट्स की संख्या में भी बड़ा उछाल आएगा. अनुमान है कि यह संख्या 5 करोड के वर्तमान स्तर से 10 करोड तक जा सकती है.
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फिलहाल देश के 234 जिलों में 921 असेईंग (Assaying) और हॉलमार्क केंद्र हैं. ऑनलाइन सिस्टम लागू होने से ऐसे नए केंद्रों को खोलने के लिए अब ऑनलाइन आवेदन करना संभव हो सकेगा.
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